अधिकारी ने बताया कि नवंबर 2019 में भादंसं, यूएपीए और सरकारी गोपनीयता कानून की धाराओं के तहत विजयवाड़ा में मामला दर्ज किया गया था। पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) के एजेंट और भारत में उनके सहयोगियों द्वारा देश के अंदर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने का षड्यंत्र रचने के लिए मामला दर्ज किया गया था।
उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी ने पिछले वर्ष जून में 14 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था, जिसमें तीन नागरिक भी शामिल थे, जिनके पाकिस्तान में व्यावसायिक हित थे।(भाषा)