श्रीनगर। कश्मीर में आतंकवाद को पनपने में मदद करने के आरोप में एनआईए ने अब हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना और यूनाइटेड जेहाद काउंसिल के सर्वेसर्वा सईद सलाहुद्दीन के बेटे को हिरासत में लिया है। उस पर विदेशों से हवाला के जरिए धन लेने और फिर उसका इस्तेमाल आतंकवाद को फैलाने में करने का आरोप है।
हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी सईद सलाहुद्दीन के बेटे शाहिद यूसुफ को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार किया है। शाहिद को 2011 हवाला फंडिंग केस में गिरफ्तार किया गया है। सुरक्षाबलों के लिए यह एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। सईद सलाहुद्दीन का बेटा जम्मू कश्मीर सरकार के कृषि विभाग में जूनियर इंजीनियर है।
सूत्रों का कहना है कि युसूफ ने एजाज द्वारा वेस्टर्न यूनियन के जरिए भेजी गई रकम स्वीकार की है। एनआईए के पास इस बात के सबूत हैं कि सऊदी अरब और भारत से पैसे भेजे गए हैं। सूत्रों का कहना है कि भेजे गए पैसे का इस्तेमाल जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में किया गया था। एनआईए के पास यूसुफ और एजाज के बीच बातचीत के सबूत भी हैं।
एनआईए के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि हमारे पास रकम ट्रांसफर किए जाने के सभी दस्तावेज और कॉल रिकॉर्ड हैं। इन पुख्ता सबूतों के आधार पर ही हमने युसूफ को गिरफ्तार करने का फैसला लिया है। जानकारी के अनुसार, वर्ष 2011 के इस मामले में एनआईए पहले ही छह लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
इन छह में से चार एनआईए की विशेष अदालत में ट्रायल का सामना कर रहे हैं, जिनमें सईद अली शाह गिलानी के नजदीकी गुलाम मुहम्मद भट्ट भी शामिल हैं। हिजबुल चीफ सलाहुद्दीन ने दो शादियां की हैं। यूसुफ शाहिद सलाहुद्दीन की पहली पत्नी का बेटा है। सलाहुद्दीन अपनी दूसरी पत्नी के साथ पाकिस्तान में रहता है।
सईद सलाहुद्दीन आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का सरगना है, जिसका कश्मीर में हुए आतंकी हमलों में हाथ था, उस पर आरोप ये भी है कि वो कश्मीर में आतंक फैला रहा है और वो इसलिए आतंकियों को ट्रेनिंग देता है। मालूम हो कि कश्मीर में अप्रैल, 2014 को हुए बम विस्फोट में 17 लोगों की मौत हो गई थी, ये हमला सईद सलाहुद्दीन के ही इशारों पर हुआ था। सलाहुद्दीन का संगठन पाक अधिकृत कश्मीर से ही संचालित होता है। सलाहुद्दीन मूल रूप से कश्मीर के बड़गाम का रहने वाला है।
सईद का जन्म 18 फरवरी 1946 में बड़गाम में ही हुआ था। वह साल 1987 में जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है, लेकिन वो जीत नहीं पाया। 71 साल का सलाहुद्दीन पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में रहता है। हिजबुल के अलावा वह यूनाइटेड जिहाद काउंसिल भी चलाता है। हिजबुल मुजाहिदीन का यह सरगना यूनाइटेड जिहाद काउंसिल का भी सरगना है। जिहाद काउंसिल के तहत कई आतंकी संगठन आते हैं, जो कि कश्मीर में आतंकी गतिविधियां फैलाने में संलग्न हैं।
पठानकोट एयरबेस स्टेशन पर हमले की जिम्मेदारी यूनाइटेड जिहाद काउंसिल ने ली थी। सूत्रों के मुताबिक, सलाहुद्दीन पाकिस्तान के सेफ हाउस से आतंकी एक्शंस को कंट्रोल करता है। सईद सलाहुद्दीन के 7 बच्चे (5 बेटे, 2 बेटियां) हैं। इनमें से 4 बेटे और एक बेटी सरकारी नौकरी में है। सईद का भाई वाहिद युसूफ शेर-ए-कश्मीर हॉस्पिटल में एक डॉक्टर है। वहीं दूसरा भाई शकील अहमद मेडिकल असिस्टेंट है।