हैदराबाद। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने हीरा कारोबारी नीरव मोदी के देश से भाग जाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को जिम्मेदार ठहराते हुए 11,400 करोड़ रुपए के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले पर चुप्पी के लिए नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया।
पार्टी के महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने कहा कि ऐसे बड़े घोटाले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी हैरान करने वाली है। रेड्डी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हर मुद्दे पर प्रधानमंत्री प्रतिक्रिया देते हैं, ट्वीट और टिप्पणी करते हैं, लेकिन जब ऐसी संगीन घटनाएं होती हैं तो वह क्यों नहीं बोलते हैं या टिप्पणी करते हैं?’ उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में हरि प्रसाद नाम के शख्स ने प्रधानमंत्री कार्यालय को मामले की शिकायत की थी और नीरव मोदी की गिरफ्तारी का अनुरोध किया था।
उन्होंने कहा, ‘लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई और नीरव मोदी तथा उसके परिवार के सदस्य इस साल जनवरी में देश से चला गया।’ दावोस में विश्व आर्थिक मंच में नीरव के भारतीय शिष्टमंडल का हिस्सा होने पर रेड्डी ने कहा, ‘नीरव मोदी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उनके साथ फोटो खिंचवाया। यह कैसे हुआ? नीरव मोदी ने प्रवेश कैसे किया? किसने उसकी मदद की? उन्होंने कहा, ‘हम नीरव मोदी के देश से भागने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय का जिम्मेदार ठहराते हैं।
हम मांग करते हैं कि प्रधानमंत्री इस पर प्रतिक्रिया दें। भाकपा मांग करती है कि नीरव को गिरफ्तार कर तत्काल भारत लाया जाए।’ रेड्डी ने कहा कि शराब कारोबारी विजय माल्या और क्रिकेट प्रशासक ललित मोदी ने भी इन परिस्थिति में देश छोड़ दिया था और कोई नहीं जानता है कि सरकार उन्हें वापस लाने को लेकर संजीदा भी हैं या नहीं। (भाषा)