गौरतलब है कि 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में निर्भया के साथ चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म हुआ था और उसे घायल अवस्था में बस से सड़क पर फेंक दिया गया था। बाद में उसे सिंगापुर के महारानी एलिजाबेथ अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसकी माह के अंत में मौत हो गई थी।
इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से एक नाबालिग था। उसे किशोर न्याय बोर्ड से तीन साल के लिए सुधारगृह भेजा गया था। जहां से वह बाहर हो चुका है, जबकि एक आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी। शेष चारों को फांसी की सजा सुनाई गई थी।