साऊथ ब्लॉक में रक्षा मंत्रालय की कमान संभालते ही श्रीमती सीतारमण ने सबसे पहले पूर्व सैनिकों, उनके आश्रितों तथा वीर नारियों के लिए सशस्त्र सेना ध्वज दिवस निधि से 13 करोड़ रुपए की राशि जारी करने का आदेश दिया। इसके अलावा उन्होंने रक्षा मंत्री भूतपूर्व सैनिक निधि से वित्तीय सहायता जारी करने की भी मंजूरी दी।
इसके बाद उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की जो एक समय रक्षा मंत्री भी रहे। इसे शिष्टाचार भेंट बताया गया है। वहां से मंत्रालय लौटने के बाद अधिकारियों के साथ उनकी बैठकों का दौर शुरू हो गया। नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने उन्हें नौसेना से जुडे मामलों की जानकारी दी तो सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के साथ उन्होंने सेना से संबंधित मुद्दों पर विस्तार से बात की।
देश के प्रमुख रक्षा अनुसंधान केन्द्र डीआरडीओ के सचिव डॉ. एस. क्रिस्टोफर और उनकी टीम ने भी नई रक्षा मंत्री को मौजूदा तथा भविष्य की परियोजनाओं की जानकारी दी। पूर्व सैनिक कल्याण विभाग की सचिव ने भी सीतारमण से मुलाकात की। देर शाम तक रक्षा मंत्री कार्यालय में बैठकों का दौर जारी रहा जिनमें नई रक्षा मंत्री ने मंत्रालय से जुडे विभिन्न विभागों के बारे में जानकारी ली। (वार्ता)