गडकरी ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में यह बयान उस समय दिया जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अपनी उस टिप्पणी के बारे में विस्तार से बता सकते हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि एक विपक्षी पार्टी के नेता ने प्रधानमंत्री पद संभालने पर समर्थन की पेशकश की थी। उन्होंने कहा कि मुझे इस तरह का प्रस्ताव कई बार मिला है, लोकसभा चुनाव से पहले और बाद में भी।
क्या गडकरी को जून में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद प्रधानमंत्री बनने का प्रस्ताव मिला था, इस सवाल को टालते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह मीडिया कर्मियों पर छोड़ रहे हैं कि इसका मतलब निकालते रहें।
पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मैं अपनी विचारधारा से समझौता नहीं करूंगा। प्रस्ताव स्वीकार करने का सवाल ही नहीं था। और प्रधानमंत्री बनना मेरा लक्ष्य नहीं है।