नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A) की वर्चुअल बैठक के बाद बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार गठबंधन का संयोजक बनने से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी किसी भी पद में कोई दिलचस्पी नहीं है।
नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्षी एकता बनी रहना जरूरी है और गठबंधन जमीन पर बढ़ते रहना चाहिए। हालांकि उन्होंने कहा कि गठबंधन दलों के बीच सीटों का बंटवारा बड़ी चुनौती है। नीतीश के मुताबिक कांग्रेस की ओर से किसी नेता को गठबंधन का संयोजक बनना चाहिए।
हालांकि बैठक के दौरान नीतीश को संयोजक बनाने का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन नीतीश ने इंकार कर दिया। गठबंधन की से प्रधानमंत्री पद के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम आगे बढ़ाने वालीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज की बैठक में शामिल नहीं हुईं। तृणमूल कांग्रेस के मुताबिक उनका पहले से ही कार्यक्रम तय था, इसलिए वह बैठक में शामिल नहीं हो सकीं।
संयोजक पद के लिए ममता बनर्जी नीतीश कुमार के नाम पर सहमत नहीं थीं। हालांकि जदयू और राष्ट्रीय जनता दल नेता चाहते थे कि नीतीश कुमार को गठबंधन का संयोजक बनाया जाए। दरअसल, सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ गठबंधन की पहल भी नीतीश कुमार की ओर से ही की गई थी।
लोकसभा चुनाव के लिए अब 90 दिन से भी कम समय बचा है और इंडिया गठबंधन के सहयोगियों के बीच अभी तक सीटों पर सहमति नहीं बन पाई है। सभी दल चर्चा के दौर में हैं। प्रत्येक दल चाहता है कि उसे ज्यादा से
आप के साथ सीट बंटवारे पर चर्चा : आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा की और फिर से बैठक करने का फैसला किया। इस बैठक के बाद कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि दोनों दलों के नेताओं ने अपने विचार साझा किए और व्यापक तौर पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन को और मजबूत करने के लिए सभी मिलकर आगे बढ़ेंगे। चर्चा में आप नेता राघव चड्ढा, आतिशी, संदीप पाठक और सौरव भारद्वाज ने हिस्सा लिया।
इंडिया गठबंधन के घटक दलों के नेताओं ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली, पंजाब और अन्य राज्यों में सीट बंटवारे पर चर्चा की। सीट बंटवारे पर पिछली बातचीत बेनतीजा रही थी। हालांकि कांग्रेस और आप के दोनों नेताओं ने कहा कि बातचीत सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala