सूत्रों के अनुसार 7 राजनीतिक दलों से राज्यसभा के 60 से ज्यादा सदस्यों ने प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग का नोटिस दिया। महाभियोग के नोटिस पर हस्ताक्षर करने वाले सांसदों में कांग्रेस, राकांपा, माकपा, भाकपा, सपा और बसपा के सदस्य शामिल हैं। इन दलों के नेताओं ने शुक्रवार को पहले संसद भवन में बैठक की और महाभियोग के नोटिस को अंतिम रूप दिया। बैठक के बाद विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने पुष्टि की कि नेता प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग का नोटिस दे रहे हैं।
संसद भवन में हुई बैठक में कांग्रेस नेता आजाद, कपिल सिब्बल, रणदीप सुरजेवाला, भाकपा के डी. राजा और राकांपा के वंदना चव्हाण ने हिस्सा लिया। सूत्रों के अनुसार तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक पहले प्रधान न्यायाधीश के महाभियोग के पक्ष में थे, लेकिन बाद में इससे अलग हो गए।