भोजनावकाश के बाद उपसभापति हरिवंश ने सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का नाम विधेयक को चर्चा के लिए पेश को पुकारा तो सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण विधेयक है इसलिए इसे सदन की स्थायी समिति को भेजा जाना चाहिए। इससे पहले कांग्रेस के ही शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि इसे विधेयक को संशोधित एजेंडे में शामिल किया गया है और सदस्यों को इसका अध्ययन करने का मौका नहीं मिला है। हालांकि हरिवंश ने इसे खारिज किया और कहा कि यह विधेयक 2-3 दिन पहले सदन में पेश हो चुका है।
इस बीच सीतारमण ने विधेयक को चर्चा के लिए पेश कर दिया। विधेयक को स्थायी समिति में भेजने की मांग के समर्थन में कांग्रेस और विपक्ष के अन्य सदस्य आसन के समक्ष आ गए और नारेबाजी करने लगे। इस बीच द्रमुक के तिरुचि शिवा ने व्यवस्था का प्रश्न उठा दिया। भारतीय जनता पार्टी के भूपेंद्र यादव ने कहा कि बीमा विधेयक को जांच के लिए स्थायी समिति में भेजने की जरूरत नहीं है और इसकी कई समितियों और आयोगों ने जांच की है और इसकी सिफारिश की है।
इस बीच कांग्रेस और विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करते रहे। उपसभापति ने कहा कि सदन में व्यवस्था होने पर ही व्यवस्था का प्रश्न सुना जा सकता है। उन्होंने सदस्यों से शांत होने की अपील की और उन्हें अपने सीटों पर जाने को कहा जिससे विधेयक पर चर्चा हो सके लेकिन विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा। स्थिति को देखते हुए उन्होंने सदन की कार्यवाही 2.32 बजे 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू होने पर हरिवंश ने सदन की कार्यवाही 3 बजे तक स्थगित करने की घोषणा की। (वार्ता)