10 साल में 20 प्रतिशत लोगों ने छोड़ा ‘नॉन-वेज’ खाना, आखिर क्या है Oxford University की रिसर्च
सोमवार, 11 अक्टूबर 2021 (12:19 IST)
इन दिनों नॉन-वेज यानी मांसाहारी भोजन का बेहद चलन है। चिकन, मटन, फिश और दूसरे तरह की नॉनवेज डिशेज के लिए खासतौर से रेस्टोरेंट चल रहे हैं। लेकिन हाल ही में एक रिसर्च में सामने आया है कि पिछले 10 साल में करीब 20 प्रतिशत लोगों ने नॉनवेज नहीं खाने का फैसला किया है।
इसके पीछे बेहद ही चौंकाने वाला कारण रिसर्च में सामने आया है।
दरअसल, ब्रिटेन में नॉन-वेज खाने वाले लोगों में कैंसर और डायबिटीज टाइप टू और दिल से संबंधित रोगों के मामलों को बढ़ते देखा गया है। जो भी लोग चाव से नॉन-वेज खाते थे, उन्होंने इसी हेल्थ मामले को लेकर मांसाहार का सेवन बंद कर दिया है। रिचर्स के मुताबिक पिछले 10 साल में करीब 20 प्रतिशत लोगों ने ब्रिटेन में नॉन-वेज खाना छोड़ दिया है।
रिसर्च में सामने आया कि खराब लाइफस्टाइल और अनियमित खानपान के हम जीभ के स्वाद के लिए बेतहाशा तरीके से कुछ भी खाने लगे हैं।
इसी के चलते लोगों को समय से पहले ही कई बीमारियां अपनी चपेट में ले लेती हैं। जिनमें मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर अहम है। इन्हीं कुछ बीमारियों के रास्ते शरीर में कुछ और बड़ी बीमारियां भी घर कर जाती है। रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन में नॉनवेज खाने वाले लोगों में कैंसर और डायबिटीज टाइप टू और दिल से संबंधित रोग बढ़ रहे हैं। इसलिए ज्यादातर लोगों ने नॉनवेज का सेवन बंद कर दिया है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिसर्च के अनुसार लोगों ने हेल्दी रहने के लिए नॉनवेज खाना या तो कम कर दिया है या फिर बहुत कम कर दिया है। इसी वजह से यहां रेड मीट की खपत में तेजी से कमी दर्ज की गई है। हालांकि चिकन और मछली खाने की तरफ लोगों का रुझान बढ़ा है।