करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह कटार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमने निर्माता को कई बार पत्र लिखकर बात करने का न्योता दिया, लेकिन वे नहीं आए। उन्होंने कहा कि यह फिल्म किसी भी कीमत पर प्रदर्शित नहीं हो सकती। हम इसके लिए अपने सर तक कटवा लेंगे। प्रदर्शन के कारण शाही रेल के पर्यटकों को भी किले पर नहीं आने दिया तथा शाही रेल चित्तौड़गढ़ रुके बिना उदयपुर चली गई।