श्रीगंगानगर। राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले से लगती भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शुक्रवार रात पाकिस्तान की ओर से दो ड्रोन (यूएवी) भारतीय वायु सीमा में घुस आए। सरहद पर पूरी तरह से चौकस भारतीय सेना ने यूएवी को मार गिराने के लिए मोटार्र से गोले दागे। एक यूएवी वापस पाकिस्तान की ओर चला गया जबकि दूसरे यूएवी को मार गिराने के समाचार हैं लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई हैं।
मार गिराए यूएवी के अवशेषों को ढूंढने के लिए सुबह सीमा क्षेत्र में सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। सीमावर्ती गांवों में गुरुद्वारों, मंदिर और मस्जिदों से उद्घोषणा कराई गई है कि अगर किसी को कोई संदिग्ध वस्तु कहीं पड़ी हुई दिखाई देती है, तो इसकी सूचना बीएसएफ की निकटवर्ती बॉर्डर पोस्ट, नजदीक कहीं कैंप कर रही सेना अथवा पुलिस को दी जाए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रीगंगानगर शहर से कुछ ही किलोमीटर दूर हिंदूमलकोट थाना क्षेत्र में सीमावर्ती रेणुका, मदेरां एवं कोनी आदि गांव में शुक्रवार देर रात साढ़े बारह बजे एकाएक बमों के धमाके और फिर गोलियां चलने की आवाज आने लगी। लोगों में भय फैल गया। बम के धमाके और गोलियां चलने की आवाजें सुबह साढ़े पांच बजे तक रह रहकर आती रही।
ग्रामीणों के अनुसार पहले कुछ देर तक बम फटने के धमाकों की आवाजें आती रहीं, इसके बाद काफी देर तक गोलियां चलने की आवाज आईं। ग्रामीणों का कहना है कि धमाके सीमा के उस पार पाकिस्तान इलाके में हो रहे थे।
श्रीगंगानगर से दस-बारह किलोमीटर दूर कोनी गांव में सुबह काफी संख्या में बीएसएफ, सेना और पुलिस के अधिकारियों एवं जवानों को गंग कैनाल के बाईफिरकेशन हेड से कुछ आगे खेतों में कुछ तलाश करते हुए भी देखा गया। (वार्ता)