Israel Iran war: भारतीय छात्रों को युद्धग्रस्त ईरान से निकालकर गुरुवार सुबह नई दिल्ली लाने वाली उड़ान उन लोगों के लिए भी आशा की किरण लेकर आई जो अपने प्रियजन की सुरक्षित वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। 'तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज' में चिकित्सा की पढ़ाई कर रही एक छात्रा के बेंगलुरु निवासी माता-पिता ने कहा कि जो लोग ईरान में रह गए हैं, वे चिंतित और घबराए हुए हैं इसलिए भारत सरकार को उन्हें निकालने की प्रक्रिया में तेजी लानी चाहिए।
इमरान ने कहा कि जब उन्होंने 13 जून को अपनी बेटी से बात की तो उन्हें स्थिति की गंभीरता का एहसास हुआ और उन्होंने उसे वापस लाने की कोशिश तुरंत शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि लेकिन मुझे 'एयर अरेबिया' में केवल 15 जून के लिए ही टिकट मिल पाए। तब तक हवाई क्षेत्र वाणिज्यिक उड़ानों के लिए पहले से ही बंद किया जा चुका था इसलिए वह वहीं फंस गई। दंपति ने उनकी बेटी को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए भारत सरकार का आभार भी व्यक्त किया।
ईरान से निकाले गए 110 भारतीय छात्रों को लेकर पहला विमान गुरुवार तड़के दिल्ली पहुंचा। इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच 'ऑपरेशन सिंधु' के तहत तेहरान से भारतीय छात्रों को निकाला गया और भारतीय दूतावास ने मंगलवार को 110 छात्रों को सुरक्षित रूप से आर्मेनिया में प्रवेश कराने में सहायता की। इसके बाद उन्हें नई दिल्ली लाया गया।(भाषा)