सुबह, बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाना शुरू किया। इस क्रम में तीसरा नाम वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का था। ठाकुर जैसे ही दस्तावेज सदन के पटल पर रखने के लिए खड़े हुए, कांग्रेस सहित सहित विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों ने ठाकुर के खिलाफ कुछ टिप्पणी शुरू कर दी। इस पर केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल, प्रकाश जावड़ेकर सहित भाजपा के कुछ सदस्यों ने आपत्ति की। लेकिन विपक्षी सदस्यों का शोर जारी रहा।