जम्मू। कश्मीर में महबूबा सरकार में भाजपा के कोटे से बनाए गए सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। माना जा रहा है कि सरकार द्वारा मंत्रिमंडल में प्रस्तावित फेरबदल को देखते हुए भाजपा मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आदेशों पर राज्य में भाजपा के कई मंत्रियों ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा को अपना त्यागपत्र दिया है, जिसके बाद आगामी सप्ताह में मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी शुरू कर दी गई है। हालांकि चर्चा यह भी है कि भाजपा पीडीपी सरकार से समर्थन वापस ले सकती है।
बताया जा रहा है कि पार्टी की ओर से मंगलवार को राज्य सरकार के सभी मंत्रियों को इस्तीफा देने का आदेश दिया गया है, जिसके बाद मंत्रियों ने प्रादेशिक नेतृत्व को अपना त्यागपत्र सौंप दिया है। हालांकि भाजपा की ओर से आधिकारिक रूप से इसके संबंध में अब तक कोई जानकारी नहीं दी गई है। माना जा रहा है कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से आने वाले दिनों में राज्य की मंत्रिपरिषद में कुछ नए चेहरों को जगह दी जा सकती है, जिसके लिए पार्टी महासचिव राम माधव कुछ नामों का ऐलान भी कर सकते हैं।
याद रहे कि इससे पूर्व कठुआ में एक बच्ची के साथ हुए रेप की घटना के बाद कथित रूप से आरोपियों का समर्थन करने वाले दो मंत्रियों ने पार्टी के निर्देश पर इस्तीफा दे दिया था। इस दौरान राज्य सरकार में उद्योग मंत्री चंद्र प्रकाश गंगा और वन मंत्री लाल सिंह ने पदों से इस्तीफा देते हुए पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा को अपना त्याग-पत्र भेज दिया था। इन इस्तीफों के बाद से ही राज्य मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल की अटकलें लगाई जा रही थीं, जिसके बाद मंगलवार को राज्य में भाजपा के अन्य मंत्रियों ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया।
जम्मू-कश्मीर में फिलहाल पीडीपी औऱ भाजपा के गठबंधन की सरकार है और महबूबा मुफ्ती मुख्यमंत्री हैं। महबूबा मुफ्ती पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद की बेटी हैं और जम्मू कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष हैं। राज्य में पीडीपी 28 सीटें जीतकर विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है और भाजपा 25 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है। नेशनल कांफ्रेंस 15 सीटें जीतकर तीसरे स्थान पर है। वहीं कांग्रेस 12 सीटों के साथ चौथे नंबर पर है।
इससे पहले दिन में कठुआ मामले में जम्मू कश्मीर कैबिनेट से इस्तीफा दे चुके भाजपा के विधायक और पूर्व वन मंत्री चौधरी लाल सिंह ने मामले की जांच की मांग को लेकर पैदल मार्च किया। चौधरी लाल सिंह इस मामले में शुरू से ही सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। आज इस मांग को लेकर उन्होंने पैदल मार्च किया। कठुआ दुष्कर्म केस के सभी आठों आरोपियों की कल सेशंस कोर्ट में पेशी हुई। मामले के मुख्य आरोपी सांझी राम ने कहा-ऊपरवाला सब देख रहा है।
आरोपियों ने मामले का सच सामने लाने के लिए सभी का नार्को टेस्ट कराने की मांग की। इस बीच जम्मू पुलिस ने 9 अप्रैल को कठुआ दुष्कर्म केस में कोर्ट में पुलिस को चार्जशीट दायर करने से रोकने वाले वकीलों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
एक चर्चा यह भी है कि कठुआ दुष्कर्म की सुनवाई चंडीगढ़ में हो सकती है। इस बारे में कल पीड़ित पक्ष की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी करके सभी पक्षों से उसका जवाब मांगा है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 27 अप्रैल को होगी। पीड़ित पक्ष ने आरोपियों की तरफ से मिल रही धमकी के मद्देनजर केस को चंडीगढ़ में ट्रांसफर करने की मांग की है।
दिल्ली हाईकोर्ट में आज कठुआ दुष्कर्म पीड़ित बच्ची की पहचान सार्वजनिक करने के मामले पर जारी किए गए नोटिस को लेकर सुनवाई होनी है। दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को कुछ मीडिया चौनलों और अखबारों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था कि क्यों ना पीड़ित बच्ची की पहचान सार्वजनिक करने के मामले में उनके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जाए।