प्राचीन काल से विंध्य पर्वत मालाओं का हिस्सा मिर्जापुर अपने गुलाबी पत्थरों से सभी के दिल को आकर्षित करता रहा है। इस गुलाबी पत्थर की गुणवत्ता और सुंदरता को देखते हुए इसका इस्तेमाल अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में किया जाएगा। इस गुलाबी पत्थर की क्वालिटी पिंक सैंड स्टोन के मामले में काफी अच्छी रही है।
इसका रंग कभी अपनी सुंदरता नहीं खोता है और इनकी आयु भी अधिक होती है। ये पत्थर अन्य पत्थरों की तुलना में मजबूत होते हैं, पानी और धूप में भी इनकी चमक फीकी नहीं पड़ती। पूर्व में बने भव्य किले की दीवार और महलों के निर्माण में इनका उपयोग किया जाता रहा है।
जिलाधिकारी ने बताया कि आज पत्थर की पहली खेप को मिर्जापुर से अयोध्या के लिए रवाना किया गया है। 4 फुट लंबे, 2 फुट चौड़े व 2 फुट ऊंचे 27 पत्थर की पहली खेप आज अयोध्या भेजी गई है। ऐसे ही अठारह से उन्नीस हजार पत्थरों को आगामी सात-आठ महीने में अयोध्या के लिए भेजा जाएगा।