रिपोर्ट में बताया गया है कि जमीन की खरीद में सभी नियमों का पालन हुआ है। किसी भी तरह की कोई अनियमितता नहीं हुई है। राजनीतिक कारणों से कुछ लोग जमीन खरीद के माध्यम से ट्रस्ट को विवाद से जोड़ने का प्रयत्न कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शीर्ष नेतृत्व को भी रिपोर्ट भेजी गई है।