मन की बात में क्या बोले पीएम मोदी, जानिए खास बातें...

Webdunia
रविवार, 27 अगस्त 2017 (10:55 IST)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह 'मन की बात' में देशवासियों को संबोधित किया। इस अवसर उन्होंने पंचकूला में हुई हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा... 

* सरकारी योजनाओं से गरीबों का भला हुआ। 
* जन धन योजना के तहत 65 हजार करोड़ रुपए जमा हुए। 
* जन धन योजना से 30 करोड़ लोगों को जोड़ा। 
 
* हर व्यक्ति को बैंकिंग सिस्टम का हिस्सा बनाया। 
* 3 साल में गरीब से गरीब को बैंक से जोड़ा। 
* प्रधानमंत्री जन धन योजना की पूरे विश्व में चर्चा। 
* टीच टू ट्रासफार्म के साथ आगे बढ़िए। 
* जीवन में बदलाव के लिए शिक्षक जरूरी। 
* 5 साल में संकल्प पूरा करने का प्रयास करें। 
* सभी को 5 साल के लिए संकल्प से बांधिए। 
* छोटी सी बोट लेकर विश्व मिशन पर निकली हैं यह बेटियां। 
 
* नौसेना की छह युवा महिला अफसरों का हौंसला देश के लिए मिसाल। 
* खेलों को बढ़ावा देने के लिए विशेष पोर्टल। 
* पहले मां बच्चों से कहती थी कब आओंगे? अब कहती हैं कि बाहर कब जाओगे।  
* माता-पिता बच्चों को खेल के लिए प्रोत्साहित करें। 
* नौजवान खेलों पर ध्यान दें, कंप्यूटर की जगह खुले मैदान में खेलें। 
* ईमानदारी पर शक से गरीबों के मन को चोट पहुंचती है। 
* हम शोरूम में मोलभाव नहीं करते, लेकिन छोटे दुकानदारों से पैसे बचाते हैं। 
* हम मेहनतकश लोगों और छोटे दुकानदारों से ज्यादा मोलभाव ना करें। 
* मेहनतकश लोगों से ज्यादा मोलभाव क्यों?
* इस बार गांधी के सपनों का 2 अक्टूबर बनाएं। 
* 15 सितंबर से पहले ही 'स्वच्छता ही सेवा' का मंत्र घर-घर तक पहुंचाए। 
* स्वच्छता ही सेवा की मुहिम चलाए। 
* गांधी जयंति के पहले सफाई की मिसाल कायम करें। 
* इस संगठन ने बाढ़ के बाद सफाई में बड़ा योगदान दिया। 
* गुजरात में बाढ़ के बाद जमीयत उलेमा में हिंद के काम सराहनीय। 
* बाढ़ के बाद गुजरात में गंदगी फैल गई। 
* इको फ्रेंडली गणेश चतुर्थी बनाने पर जोर दिया जाए। 
* त्योहारों के साथ स्वच्छता का रिश्ता अटूट होना चाहिए। 
* हर त्योहार में साफ सफाई पर ध्याना देना चाहिए। 
* देश के त्योहार पर्यटन को बढ़ावा देते हैं। 
* देश में ईद उल जुहा की बधाई देता हूं।
* सभी देशवासियों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं। 
* गणेश चतुर्थी का पर्व देश में एकता का प्रतीक। 
* केरल में ओणम देश की सांस्कृतिक पहचान। 
* माफ करने वाला वीर होता है, महात्मा गांधी में भी यही कहा था। 
* हर किसी को कानून के आगे झुकना होगा। दोषियों को कानून सजा देगा।  
* आस्था के नाम पर कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं। 
* कानून हाथ में लेने वाले किसी भी व्यक्ति या समूह को देश बर्दाश्त नहीं करेगा। 
* आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 
* अहिंसा परमो धर्म। 
* एक तरफ देश उत्सव में डूबा हुआ है। दूसरी तरफ हिंसा चिंता पैदा करती है। 
* 'मन की बात' का यह 35वां संस्करण।

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