PM Modi in prayagraj : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 5500 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा महाकुंभ देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा और यह एकता का महायज्ञ है। इसमें हर तरह के भेदभाव का आहुति दी जाती है। यहां संगम में डुबकी लगाने वाला हर भारतीय एक भारत-श्रेष्ठ भारत की अद्भुत तस्वीर प्रस्तुत करता है।
उन्होंने कहा कि महाकुंभ से सामाजिक मजबूती तो मिलेगी ही, साथ ही लोगों का आर्थिक सशक्तिकरण भी होगा। कुंभ जैसे भव्य और दिव्य आयोजन को सफल बनाने में स्वच्छता की बहुत बड़ी भूमिका है। महाकुंभ की तैयारियों के लिए नमामि गंगे कार्यक्रम को तेजी से आगे बढ़ाया गया है, प्रयागराज शहर के सैनिटेशन और वेस्ट मैनेजमेंट पर फोकस किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गांवों, कस्बों, शहरों से लोग प्रयागराज की ओर निकल पड़ते हैं। सामुहिकता की ऐसी शक्ति, ऐसा समागम शायद ही कहीं ओर देखने को मिले। यहां आकर संत-महंत, ऋषि-मुनि, ज्ञानी-विद्वान, सामान्य मानवी सब एक हो जाते हैं, सब एक साथ त्रिवेणी में डुबकी लगाते हैं। यहां जातियों का भेद खत्म हो जाता है, सम्प्रदायों का टकराव मिट जाता है। करोड़ों लोग एक ध्येय, एक विचार से जुड़ जाते हैं।
उन्होंने कहा कि भारद्वाज आश्रम गलियारा, श्रृंगवेरपुर धाम गलियारा, अक्षयवट गलियारा, हनुमान मंदिर गलियारा का उद्घाटन भी किया। इन परियोजनाओं से श्रद्धालुओं की पहुंच आसान होगी और आध्यात्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री कुंभ सहायक चैटबॉट की भी शुरुआत की। कृत्रिम बुद्धमत्ता (एआई) पर आधारित यह चैटबॉट महाकुंभ मेला 2025 के बारे में श्रद्धालुओं को कार्यक्रमों की नवीनतम जानकारी प्रदान करेगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में पेयजल और बिजली आपूर्ति से संबंधित कई महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की शुरूआत की।
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर एक औपचारिक पूजा और दर्शन के साथ शुरू हुई। पूजा से पहले मोदी ने नदी में नौकाविहार का आनंद लिया। पूजा के अवसर पर प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे।