नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि श्री अन्न' भी भारत में समग्र विकास का माध्यम बन रहा है, इसमे गांव भी जुड़ा है और गरीब भी जुड़ा है। उन्होंने कहा कि श्री अन्न यानी देश के छोटे किसानों के समृद्धि का द्वार, श्री अन्न यानी देश के करोड़ों लोगों के पोषण का कर्णधार, श्री अन्न यानी देश के आदिवासी समाज का सत्कार। श्री अन्न यानी कम पानी में ज्यादा फसल की पैदावार, श्री अन्न यानी केमिकल मुक्त खेती का बड़ा आधार, श्री अन्न यानी क्लाइमेट चेंज की चुनौतियों से निपटने में मददगार।
पीएम मोदी ने कहा कि 'श्री अन्न' केवल खेती या खाने तक सीमित नहीं हैं, जो लोग भारत की परंपराओं से परिचित हैं, वह ये भी जानते हैं कि हमारे यहां किसी के आगे 'श्री' ऐसे ही नहीं जुड़ता है। जहां 'श्री' होती हैं वहां समृद्धि भी होती है और समग्रता भी होती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि क्लाइमेट रिसाइलेंट होना मिलेट्स की ताकत है। बहुत विपरित क्लाइमेट कंडिशंस में भी मिलेट्स का आसानी से उत्पादन हो जाता है। इसकी पैदावार में अपेक्षाकृत पानी भी कम लगता है, जिससे जल संकट वाली जगहों के लिए ये एक पसंदीदा फसल बन जाती है।
उन्होंने कहा कि चाहे LIFE मिशन की अगुवाई हो, जलवायु परिवर्तन से जुड़े लक्ष्यों को समय से पहले हासिल करना हो, हम अपनी विरासत से प्रेरणा लेते हैं, समाज में बदलाव को शुरू करते हैं और उसे विश्व कल्याण की भावना तक लेकर जाते हैं। यही आज भारत के 'मिलेट मूवमेंट' में भी दिख रहा है।