अधिकारियों के मुताबिक सबसे पहली बैठक में प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर में चक्रवात रेमल के बाद उत्पन्न हुई बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करेंगे। इसके बाद वह देश में भीषण गर्मी और लू की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक करेंगे। मोदी बड़े पैमाने पर विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की तैयारियों की समीक्षा के लिए भी एक बैठक में शामिल होंगे।