Narendra Modi Speech: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

गुरुवार, 15 अगस्त 2024 (11:58 IST)
Narendra Modi independence day : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। 98 मिनट के अपने सबसे भाषण में पीएम मोदी ने बांग्लादेश की हिंसा, महिला अत्याचार, वन नेशन वन इलेक्शन समेत विभिन्न मुद्दों को शामिल किया। मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और श्रीमती इंदिरा गांधी के बाद तीसरे ऐसे पीएम बन गए हैं,‍ जिन्होंने सर्वाधिक बार लाल किले से देश को संबोधित किया। पूर्व प्रधानंमत्री मनमोहन सिंह ने 10 बार लाल किले से देश को संबोधित किया था। आइए जानते हैं 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के 10 बड़ी बातें... 
 
1. बांग्लादेश के हिन्दुओं की चिंता : प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में बांग्लादेश के हालात और वहां हिन्दुओं के खिलाफ हो रही  हिंसा पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है उसको लेकर पड़ोसी देश के नाते हमें चिंता होना  स्वाभाविक है और उम्मीद जताई कि बांग्लादेश में हालात जल्द सामान्य होंगे और वहां हिंदू तथा दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। मोदी ने कहा कि 140 करोड़ देशवासियों की चिंता यह है कि वहां हिंदू, अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा  सुनिश्चित हो। उन्होंने यह भी कहा कि भारत हमेशा चाहता है कि उसके पड़ोसी देश सुख और शांति के मार्ग पर चलें। ALSO READ: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी का लाल किले से सबसे लंबा भाषण, जानिए कब कितनी देर बोले?
 
2. भ्रष्टाचार : पीएम मोदी इस बार भी भ्रष्टाचार और उसके खिलाफ कार्रवाई का उल्लेख करना नहीं भूले। भ्रष्टाचार के प्रति लोगों के गुस्से और राष्ट्र की प्रगति में होने वाले नुकसान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इसलिए, भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी  लड़ाई ईमानदारी के साथ जारी रहेगी, तीव्र गति से जारी रहेगी और भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई जरूर होगी। मैं उनके लिए भय का वातावरण पैदा करना चाहता हूं। देश के सामान्य नागरिक को लूटने की जो परंपरा बनी है, उस परंपरा को मुझे रोकना है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने भ्रष्टाचारियों के कथित महिमामंडन के चलन पर चिंता प्रकट की और कहा कि हर देशवासी भ्रष्टाचार के दीमक से परेशान रहा है। 
 
3. महिला अत्याचार : हाल में कोलकाता में महिला डॉक्टर की हत्या और रेप का उल्लेख किए बिना पीएम मोदी ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों को लेकर राज्य सरकारों को गंभीर होना चाहिए। महिला अत्याचार के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश है। राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द सजा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बहन-बेटियों पर अत्यचार की घटनाएं  चिंताजनक हैं। अपराधियों में डर होना चाहिए। अपराध के बाद अपराधियों को मिलने वाली सजा पर भी चर्चा होनी चाहिए। 
 
4. ओलंपिक 2036 : मोदी ने ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमारे साथ तिरंगे झंडे के नीचे वे नौजवान बैठे हैं जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने देश के सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की तरफ से बधाई देता हूं। उन्होंने कहा- हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हो, वह हिंदुस्तान की धरती पर हो। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं। 
 
5. वन नेशन वन इलेक्शन : एक देश एक चुनाव की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बार-बार चुनाव देश के विकास में बाधक हैं। उन्होंने अपील कि वन नेशन वन इलेक्शन के लिए आगे आएं। मोदी की बात संकेत मिलता है कि सरकार वन नेशन वन इलेक्शन की दिशा में गंभीरता से काम कर रही है। हालांकि बहुदलीय व्यवस्था में एक देश एक चुनाव काफी मुश्किल है। ALSO READ: नरेंद्र मोदी ने पहना लहरिया प्रिंट का बहुरंगी साफा, कैसा था पिछले 10 सालों में PM के साफों का स्टाइल
 
6. सेक्युलर सिविल कोड : पीएम मोदी ने लाल किले से यह भी संकेत दिया कहा कि सरकार यूनिफॉर्म सिविल कोड की दिशा में गंभीरता से काम कर रही है। सिविल कोड में बदलाव की बात कहते हुए मोदी ने कहा कि यूसीसी पर पूरे देश में चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कोई भी धर्म कानून से ऊपर नहीं है। हालांकि उन्होंने कॉमन सिविल कोड के स्थान पर सेक्युलर सिविल कोड का उल्लेख किया। मोदी ने कहा कि संविधान का पालन हर नागरिक का कर्तव्य है। 
 
7. नई शिक्षा नीति : पीएम मोदी ने नई शिक्षा नीति की चर्चा करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति 21वीं सदी के अनुरूप है। इसमें  मातृभाषा पर बल दिया गया है। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में हाल ही में हुई अनियमितताओं के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगले 5 वर्ष में मेडिकल में 75 हजार नई सीटें बढ़ाई जाएंगी।
 
8. परिवारवाद : पीएम मोदी परिवारवाद के बहाने गांधी परिवार पर ‍निशाना साधने में नहीं चूके। उन्होंने कहा कि देश को परिवारवाद से आजादी दिलानी होगी। युवाओं के राजनीति में आने की वकालत करते हुए मोदी ने कहा कि देश जातिवाद की राजनीति से भी मुक्ति की जरूरत है। ALSO READ: PM मोदी ने लाल किले पर 11वीं बार तिरंगा फहराया, मनमोहन को पीछे छोड़ा
 
9. विकसित भारत : प्रधानमंत्री मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की बात कही। उन्होंने कहा ‍कि देश की जनता ने लगातार तीसरी बार हमें काम करने का अवसर दिया है। हम विकसित भारत के सपने को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। पूरी दुनिया के देश भारत में निवेश करना चाहते हैं। उन्होंने राज्यों से भी अपील की कि वे अपनी नीतियों से निवेशकों को भरोसा बढ़ाएं। हालांकि वे विकास की बात करते समय भी विपक्ष पर निशाना बनाने में नहीं चूके। उन्होंने कहा कि चूकने कुछ लोगों को देश का विकास हजम नहीं हो रहा है। भारत का विकास किसी के लिए संकट नहीं है। मोदी ने कहा कि चुनौतियां अंदर भी हैं और चुनौतियां बाहर  भी हैं। जैसे- जैसे आगे बढ़ेंगे चुनौतियां भी बढ़ेंगी। चुनौती को चुनौती देना ही भारत की फितरत है। आने वाले समय में भारत इंडस्ट्रियल मेन्युफैक्चरिंग हब बनेगा।
 
10. किसान और युवा : प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में युवाओं और किसानों की भी बात की। युवाओं की बात करते हुए मोदी  ने कहा कि गेमिंग सेक्टर को हमारे युवा लीड कर सकते हैं। एनीमेशन की दुनिया में युवा धाक जमा सकते हैं। हमारा ‍मकसद स्किल डेपलपमेंट को बढ़ावा देना है। आज दुनिया में स्किल का महत्व बढ़ गया है। इंटर्नशिप योजना से युवाओं को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को सरकार लगातार मदद दे रही है। किसानों को कर्ज और टेक्नोलॉजी में मदद दी जा रही है। बजट में प्राकृतिक खेती के लिए कई प्रावधान किए गए। भारत ऑर्गेनिक फूड बास्केट बन सकता है। देश में प्राकृतिक खेती को बल दिया जा रहा है। 

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