पुणे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हत्या की साजिश को सहानुभूति हासिल करने की योजना बताया है। पुणे में एक सभा को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि वे कह रहे हैं कि एक धमकी पत्र था। मैंने एक सीआईडी के लिए काम कर चुके एक रिटायर पुलिस अधिकारी से बात की। उन्होंने मुझे बताया कि पत्र में ऐसी कोई बात नहीं थी। पत्र का इस्तेमाल लोगों की सहानुभूति प्राप्त करने के लिए किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी की हत्या की साजिश के एक पत्र ने राजनीतिक हलकों में भूचाल ला दिया है। पत्र सीपीआई (माओवादी) के गिरफ्तार पांच सदस्यों में से एक के घर से प्राप्त हुआ है। गुरुवार को पुणे पुलिस ने अदालत में बताया कि पत्र में मोदी को सत्ता से हटाने के लिए राजीव गांधी की हत्या की तरह की घटना को अंजाम देने की बात कही गई है।
दिसंबर में आयोजित 'यल्गार परिषद' और भीमा कोरेगांव की हिंसा से संबंध होने के चलते पुलिस ने दलित कार्यकर्ता सुधीर धावाले, वकील सुरेंद्र गडलिंग, महेश राउत, शोमा सेन और रोना विल्सन को मुंबई, नागपुर और दिल्ली से गिरफ्तार किया। अभियोजन पक्ष के वकील उज्जवला पवार ने कोर्ट में बताया कि पत्र को रोना विल्सन के घर से प्राप्त किया गया था, जिसमें आठ करोड़ रुपए के साथ एम-4 राइफल और चार लाख कारतूस की बात कही गई है।
गौरतलब है कि पत्र ‘कॉमरेड प्रकाश’ को संबोधित करके लिखा गया है। इसमें कहा गया है कि वे मोदी को खत्म करने के लिए राजीव गांधी की हत्या जैसे घटनाक्रम को अंजाम देने के बारे में विचार कर रहे हैं। यह एक आत्मघाती कदम होगा और काफी संभावना है कि हम असफल हो जाएं, लेकिन पार्टी को इस बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए।