ICMR का प्रोटीन सप्लीमेंट से बचने को लेकर अलर्ट, बताया क्‍या होती है हेल्दी डाइट?

WD Feature Desk
Protein Supplements ICMR
  • ICMR ने 'प्रोटीन सप्लीमेंट से बचने' का आग्रह किया है।
  • प्रोटीन के सेवन से किडनी और बोन मिनरल लोस की समस्या हो सकती है।
  • शरीर के वजन से ज्यादा 1.6 ग्राम प्रोटीन का सेवन हानिकारक है। 
Protein Supplements ICMR : बॉडी बिल्डिंग के लिए अगर आप भी प्रोटीन सप्लीमेंट का सेवन करते हैं तो सतर्क हो जाइए। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने बुधवार (8 मई) को आहार संबंधी गाइडलाइन्स जारी की हैं। इसमें लोगों से शरीर निर्माण के लिए 'प्रोटीन सप्लीमेंट से बचने' का भी आग्रह किया है। गाइडलाइन्स के अनुसार ज्यादा प्रोटीन के सेवन से किडनी और बोन मिनरल लोस की समस्या हो सकती है। ALSO READ: हेल्थ ड्रिंक की श्रेणी से हटाया गया Bournvita, चॉकलेट पाउडर के नाम पर बेची जा रही है शकर
 
शरीर के वजन से ज्यादा प्रोटीन लेना हानिकारक: 
ICMR के अनुसार प्रति दिन शरीर के वजन से ज्यादा 1.6 ग्राम प्रोटीन का सेवन हानिकारक है। रिसर्च के अनुसार चीनी कुल ऊर्जा सेवन का 5% से कम होनी चाहिए। एक संतुलित आहार में अनाज बाजरा से 45% और दालों, बीन्स, मांस से 15% से ज्यादा कैलोरी का सेवन नहीं करना चाहिए। ALSO READ: नेस्ले के शिशु उत्पादों में चीनी, CCPA ने FSSAI को दिए संज्ञान लेने के निर्देश
 
भारतीयों की 56% बीमारियों का कारण अनहेल्दी डाइट :
ICMR की गाइडलाइन्स के अनुसार भारत में कुल बीमारी का लगभग 56.4% कारण अनहेल्दी डाइट हैबिट्स हैं। यह गाइडलाइन्स देश में ज़रूरी पोषक तत्वों की आवश्यकताओं को पूरा करने और गैर-संचारी रोगों (non-communicable diseases) को रोकने के लिए जारी की गई हैं।
हेल्दी लाइफस्टाइल से डायबिटीज का खतरा 80% तक कम : 
साथ ही 13 साल बाद राष्ट्रीय पोषण संस्थान (NIN) ने गाइडलाइन्स जारी कर बताया कि 'हेल्दी डाइट और फिजिकल एक्टिविटी की मदद से कोरोनरी हृदय रोग (सीएचडी) और हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को कम किया जा सकता है। हेल्दी लाइफस्टाइल से टाइप 2 डायबिटीज को 80% तक रोका जा सकता है। हेल्दी लाइफस्टाइल का पालन करके समय से पहले होने वाली मौतों का एक महत्वपूर्ण हिस्से को रोका जा सकता है।
 
खाना का तेल कम उपयोग करने की सलाह : 
148 पन्नों की इस रिपोर्ट में 17 गाइडलाइन्स शामिल हैं। गाइडलाइन्स के अनुसार खाना पकाने के तेल के उपयोग को कम करने की सलाह दी गई है। तेल की जगह नट्स, ऑयल सीड्स और समुद्री भोजन के माध्यम से फैटी एसिड प्राप्त करने की सिफारिश की गई है।
 
प्रोसेस्ड फूड के अधिक सेवन जिसमें शर्करा और वसा की मात्रा ज्यादा होती है। साथ ही फिजिकल एक्टिविटी कम करने के कारण देश में मोटापे और पोषक तत्वों की कमी की समस्या बढ़ती जा रही है। इस नई गाइडलाइन्स के ज़रिए भारतीयों को एक हेल्दी फूड डाइट और लाइफस्टाइल के निर्देश दिए गए हैं। 
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