गांधी टोपी को लेकर उठे विवाद के बीच इस टिप्पणी का बचाव करते हुए उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि हालांकि टोपी को 'गांधी टोपी' के नाम से जाना जाता है, लेकिन किसी ने भी राष्ट्रपिता को इसे पहने हुए नहीं देखा था।
पटेल ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा कि किसी को भी कभी कोई ऐसी तस्वीर नहीं मिली जिसमें गांधी जी को 'गांधी टोपी' पहने देखा जा सके। यहां तक कि मैंने भी ऐसी तस्वीर कभी नहीं देखी। ऐसे में रत्नाकर ने जो कहा, वह सच है।'
इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस की गुजरात इकाई ने कहा कि जिन लोगों ने कभी स्वतंत्रता संग्राम में भाग नहीं लिया और अंग्रेजों का पक्ष लिया, वे अब स्वतंत्रता सेनानियों और भारत के पहले प्रधानमंत्री पर उंगली उठा रहे हैं। (भाषा)