भाजपा के वरिष्ठ नेता ने गत अप्रैल में यहां की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में यह मामला दायर किया था। सुशील मोदी ने उक्त मामला गांधी द्वारा कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी रैली में यह टिप्पणी करने पर आपत्ति जताते हुए दायर किया था कि 'सभी चोरों के उपनाम मोदी क्यों हैं?' गांधी का इशारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, बैंक धोखाधड़ी आरोपी नीरव मोदी और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की ओर था।
गांधी पिछली बार गत मई में बिहार की राजधानी पटना आए थे, जब उन्होंने अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा के लिए एक रोड शो किया था। सिन्हा ने अप्रैल-मई में हुए लोकसभा चुनाव में पटना साहिब सीट पर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन वे अपनी सीट बरकरार नहीं रख पाए थे।
मीडिया के एक वर्ग में खबर है कि गांधी यहां से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित मुजफ्फरपुर भी जा सकते हैं, जो कि राज्यभर में फैले एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम से सबसे अधिक प्रभावित रहा है। इससे 150 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है।
यद्यपि बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने बताया कि राहुल गांधी के पूरे कार्यक्रम को अभी तक यहां उपलब्ध नहीं कराया गया है, तो भी हम उनके मुजफ्फरपुर जाने की कम संभावना देखते हैं, क्योंकि यदि यह कार्यक्रम में होता तो राज्य इकाई को आवश्यक व्यवस्था करने के लिए सलाह दी गई होती। (भाषा)