चंडीगढ़। पंजाब में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने चचेरे भाई को लेकर कहा कि वरुण गांधी ने भाजपा और आरएसएस (BJP- RSS) विचारधारा को स्वीकार किया है। मैं उनसे मिल सकता हूं, उन्हें गले भी लगा सकता हूं, लेकिन मैं उस विचारधारा को स्वीकार नहीं कर सकता।
दरअसल, राहुल गांधी ने सीधे-सीधे न कहकर परोक्ष रूप से कहा कि भाई वरुण गांधी के लिए कांग्रेस में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने देखा है कि लोग भाजपा की नफरत की विचारधारा को स्वीकार नहीं करते। भाजपा ने देश के आगे नफरत भरी सोच को रखा है। हालांकि पिछले दिनों यह भी खबर आई थी कि भाजपा से नाराज वरुण कांग्रेस के दामन थाम सकते हैं। वरुण प्रियंका गांधी के भी काफी करीब बताए जाते हैं।
देश की संस्थाएं दबाव में : कांग्रेस सांसद ने कहा कि आरएसएस और भाजपा द्वारा देश की संस्थाओं को नियंत्रित किया जा रहा है। देश के मीडिया, नौकरशाही, निर्वाचन आयोग, न्यायपालिका पर दबाव है। उन्होंने दावा किया कि देश में अब सामान्य लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं गायब हैं। गांधी ने कहा कि लड़ाई एक राजनीतिक दल की दूसरे राजनीतिक दल से नहीं है। अब यह लड़ाई देश की संस्थाओं (जिन पर उन्होंने कब्जा कर लिया है) और विपक्ष के बीच है।
पंजाब सरकार पर तंज : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और भगवंत मान सरकार पर तंज करते हुए राहुल ने कहा कि पंजाब को केवल पंजाब से ही चलाया जा सकता है। अगर उसे दिल्ली से चलाया जाता है तो राज्य के लोग इसे स्वीकार नहीं करेंगे। राहुल गांधी ने सोमवार को मान से कहा था कि उन्हें किसी के हाथ की कठपुतली नहीं बनना चाहिए और स्वतंत्र रूप से राज्य चलाना चाहिए।
मान ने इस टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें जनता ने मुख्यमंत्री बनाया है और याद दिलाया कि कैसे कांग्रेस ने अमरिंदर सिंह को पद से हटाकर उनका अपमान किया था। (एजेंसी/वेबदुनिया)