पहलगाम हमले में सामने आया पाकिस्तानी कनेक्शन, सेना प्रमुख असीम मुनीर पर भी संदेह

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

बुधवार, 23 अप्रैल 2025 (14:08 IST)
Pakistani connection of Pahalgam attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए दिल दहलाने वाले आतंकवादी हमले में पाकिस्तान और वहां के सेना प्रमुख असीम मुनीर का कनेक्शन भी सामने आया है। इस हमले के तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से तो जुड़ते नजर आ ही रहे हैं, वहीं सेना प्रमुख और पूर्व आईएसआई चीफ असीम मुनीर के भड़काऊ बयान को भी जिम्मेदार माना जा रहा है। हाल ही में मुनीर ने इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम में कहा था- 'कश्मीर हमारी गले की नस है, और हम इसे कभी नहीं भूलेंगे'। मुनीर के बयान के कुछ दिन बाद भी ही यह हमला हुआ है। खुफिया रिपोर्ट्‍स में भी इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ बताया जा रहा है। ALSO READ: ओवैसी ने बताया, क्यों हुआ पहलगाम आतंकी हमला?
 
मुनीर का बयान संयोग नहीं : पाकिस्तानी सेना प्रमुख के भड़काऊ बयान के बाद पहलगाम में हमला होना संदेह को जन्म देता ही। असीम मुनीर ने एक कार्यक्रम में कहा था कि हम कश्मीर को कभी नहीं भूलेंगे, यह हमारे गले की नस है। सेना प्रमुख ने भारत पर जम्मू कश्मीर में क्रूरता और बर्बरता का भी आरोप लगाया था। मुनीर ने कहा कि हम हिन्दुओं से हर चीज में अलग हैं। इस हमले की खास बात यह रही कि हमलावरों ने लोगों से पहले उनका धर्म पूछा और फिर उन्हें गोली मारी। ALSO READ: क्या पलटवार की तैयारी है? पहलगाम हमले के बाद तीनों सेनाओं को अलर्ट रहने के निर्देश
 
मुनीर रह चुके हैं आईएसआई के चीफ : पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकवादी संगठनों- लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन संबंध किसी से भी छिपे नहीं हैं। ... और जनरल असीम मुनीर भी आईएसआई के चीफ रह चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि मुनीर का बयान इन आतंकवादी संगठनों को भड़काना था ताकि वे कश्मीर में निर्दोष लोगों को निशाना बनाएं। 2019 में पुलवामा अटैक के समय मुनीर आईएसआई के चीफ थे। इस हमले में भी उनकी भूमिका को लेकर सवाल उठे थे। पुलवामा के बाद ही भारत ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी। ALSO READ: 6 दिन पहले ही हुई थी शादी, हनीमून पर पहलगाम गए नेवी अफसर की आतंकियों ने ली जान
 
इस संदेह को इस बात से भी बल मिलता है कि आतंकी संगठन लश्कर का संचालन पाकिस्तान से होता है और लश्कर के सहयोगी संगठन टीआरएफ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। टीआरएफ को आईएसआई से आर्थिक और अन्य तरह का सहयोग मिलता है। 2019 में एक खुफिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि आईएसआई ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में हमलों की योजना बनाई थी। 
 
पाकिस्तान से मिली आतंकवादियों को मदद : इस बीच, खुफिया रिपोर्ट्‍स में जानकारी सामने आई है कि पहलगाम के हमलावर आतंकवादियों को पाकिस्तान से मदद मिली थी। इन आतंकियों को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में ट्रेनिंग दी गई थी। इस हमले को लेकर पाकिस्तान के एक हैंडलर का भी खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस हमले के तार पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद और कराची से जुड़े हुए हैं। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 
 

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