गांधी ने ट्वीट किया कि पहले दिन से ही कर्नाटक की कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) सरकार को भीतर और बाहर के उन लोगों ने निजी स्वार्थ के लिए निशाना बनाया है जिनके सत्ता की राह में यह गठबंधन बाधक नज़र आ रहा था। आज उनका स्वार्थ जीत गया। लोकतंत्र, ईमानदारी और कर्नाटक के लोग हार गए।