गांधी ने ट्वीट कर दावा किया, सीबीआई के संयुक्त निदेशक एके शर्मा ने माल्या के लुकआउट नोटिस को कमजोर किया, जिससे माल्या भागने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा, शर्मा गुजरात कैडर के अधिकारी हैं और वे सीबीआई में प्रधानमंत्री के बहुत पसंदीदा हैं।
गांधी ने दावा किया, यही अधिकारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के भागने की योजना के प्रभारी थे। कांग्रेस अध्यक्ष ने शुक्रवार को कहा था कि यह समझ से परे है कि इतने बड़े मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुमति के बिना सीबीआई ने लुकआउट नोटिस बदला होगा।
माल्या के दावे के बाद से कांग्रेस इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी और वित्तमंत्री अरुण जेटली पर लगातार निशाना साध रही है। दरअसल, माल्या ने गत बुधवार को कहा कि वे भारत से रवाना होने से पहले वित्तमंत्री से मिले थे और बैंकों के साथ मामले का निपटारा करने की पेशकश की थी।
उधर, वित्तमंत्री जेटली ने माल्या के बयान को झूठा करार देते हुए कहा कि उन्होंने 2014 के बाद उन्हें कभी मिलने का समय नहीं दिया था। जेटली ने कहा कि माल्या राज्यसभा सदस्य के तौर पर हासिल विशेषाधिकार का दुरुपयोग करते हुए संसद भवन के गलियारे में उनके पास आ गए थे।