Rajasthan political Crisis Live Updates : सचिन बना सकते हैं थर्ड फ्रंट, कांग्रेस ने बनाया कार्रवाई का मन
सोमवार, 13 जुलाई 2020 (15:15 IST)
जयपुर/नई दिल्ली। उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के कड़े बगावती तेवरों से राजस्थान में गहलोत सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। कांग्रेस सरकार के ऊपर छाए संकट के बादलों पर भाजपा 'इंतजार करो और देखो' की मुद्रा में है। खबरों के मुताबिक कांग्रेस के इस अंदरुनी घमासान के बीच सचिन पायलट भाजपा से सीधे संपर्क में हैं और राजस्थान में मध्यप्रदेश की कहानी दोहराए जाने की संभावनाएं तेज होने लगी हैं। कांग्रेस विधायक दल की बैठक के लिए व्हिप जारी किया गया है। राजस्थान के सियासी संग्राम का अपडेट्स-
बैठक के बाद विधायकों को बस से रिजॉर्ट भेजा गया। अशोक गहलोत भी विधायकों के साथ रवाना।
जयपुर में सीएम आवास पर कांग्रेस दल के विधायकों की बैठक में प्रस्ताव पारित। प्रस्ताव में विधायकों ने गहलोत पर भरोसा जताया। सरकार को कमजोर करने वालों के खिलाफ प्रस्ताव। प्रस्ताव में सचिन पायलट का नाम नहीं।
सूत्रों की मानें सचिन पायलट थर्ड फ्रंट बना सकते हैं। इसका नाम प्रगतिशील कांग्रेस नाम हो सकता है। थोड़ी देर में पायलट इसका ऐलान कर सकते हैं।
बैठक में नहीं पहुंचने वालों पर कार्रवाई तय। पायलट पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी-सूत्र।
सचिन पायलट ने समाचार चैनल से कहा- वे जयपुर नहीं जा रहे हैं।
राजस्थान में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच सोमवार दोपहर तक बड़ी संख्या में विधायक मुख्यमंत्री निवास पर जुटे। कांग्रेस प्रदेश कार्यालय के बाहर लगे प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के पोस्टर कुछ लोगों ने हटा दिए। हालांकि पार्टी की ओर से इस बारे में कुछ नहीं कहा गया है।
सुरजेवाला ने कहा भाजपा के 3 अग्रिम विभाग हैं- आयकर विभाग, ईडी, सीबीआई। जब भी मोदी सरकार भाजपा को प्रजातंत्र की हत्या करनी होती है तो भाजपा के ये विभाग सबसे पहले आगे आकर खड़े हो जाते हैं। कल देर रात और आज सुबह से ये विभाग फिर से राजस्थान की वीरभूमि पर कायरता दिखाने के लिए उतर आए हैं।
रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- अगर कोई मतभेद है तो सचिन पायलट समेत सभी विधायकों के लिए कांग्रेस पार्टी के दरवाजे सदैव खुले थे, हैं और रहेंगे।
कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले रणदीप सुरजेवाला, पिछले 48 घंटों में सचिन पायलट से कई बार बात की गई। सुरजेवाला ने कहा, कि व्यक्गित प्रतिस्पर्धा से बड़ा है राजस्थान। सभी विधायक, मंत्री बैठक में मौजूद हों। सचिन पायलट से मौजूदा नेतृत्व ने चर्चा की।
राजस्थान का सियासी घमासान पल-पल में नया मोड़ ले रहा है। समाचार चैनलों के अनुसार सचिन पायलट ने साफ कर दिया कि वे बीजेपी में शामिल नहीं होंगे। खबरें थीं कि सचिन पायलट बीजेपी नेताओं के संपर्क में हैं। इसके बाद से ही कयासों का दौर तेज हो चला था। इस पर खुद सचिन पायलट ने विराम लगा दिया है। उन्होंने समाचार चैनल पर कहा कि वे बीजेपी में शामिल नहीं होंगे।
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल आज जयपुर पहुंचेंगे। जयपुर में आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक होनी है।
कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने दावा किया है कि राज्य के 109 विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में हैं और उन्होंने इस संबंध में एक समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ और विधायक भी मुख्यमंत्री गहलोत के संपर्क में हैं और वे भी समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर कर देंगे।
कांग्रेस हाईकमान के संकट समाधान का मसला हाथ में लेने के बाद भी सचिन पायलट ने दावा किया कि 30 से अधिक विधायक उनके साथ हैं। पायलट ने कई निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल होने की बात कह गहलोत सरकार के अल्पमत में होने का भी दावा कर दिया।
माना जा रहा है कि राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष पायलट भाजपा के कुछ नेताओं के संपर्क में हैं, लेकिन भाजपा सूत्रों ने इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार किया है कि उसकी पायलट से कोई बात हुई है या नहीं?
गहलोत ने आज सोमवार को कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलाई है जिसमें इस बात के स्पष्ट संकेत मिलने की उम्मीद है कि गहलोत और पायलट को कितने विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
भाजपा नेता ओम माथुर ने कहा- कांग्रेस से अपना घर संभल नहीं रहा है। घोड़े वहीं जाएंगे, जहां हरियाली होगी।
भाजपा के एक नेता ने कहा कि ऐसा लगता है कि पायलट ने अपना मन बना लिया है और वे गहलोत के नेतृत्व के साथ जाने को तैयार नहीं हैं।
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार रात दावा किया था कि अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है और 30 से अधिक कांग्रेस और कुछ निर्दलीय विधायकों ने उन्हें समर्थन देने का वादा किया है।