उत्तर रेलवे के प्रवक्ता नीरज शर्मा ने कहा, 'इंजन और पॉवर कार प्रभावित हुए हैं। चूंकि रांची-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस की गति काफी कम थी इसलिए हादसे के समय किसी भी यात्री को चोट नहीं आई।' यह घटना सुबह करीब 11:45 बजे हुई।
मंत्रालय के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा, 'दुर्घटना आज सुबह करीब 6:25 पर हुई और हमने रास्ता साफ कर दिया। सभी यात्रियों को शेष बोगियां में ले जाया गया और वे सभी सुबह 7:28 तक घटनास्थल से रवाना हो गए। सभी यात्री सुरक्षित हैं और दुर्घटना में कोई घायल नहीं हुआ।'
इससे पहले मुजफ्फरनगर जिले में 19 अगस्त को उत्कल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी जिसमें 22 लोग मारे गए और 156 घायल हो गए थे। ओरैया जिले में 23 अगस्त को ट्रैक पर एक डम्पर से टकराने के बाद कैफियत एक्सप्रेस की दस बोगियां पटरी से उतर गई थीं, जिससे करीब 100 यात्री घायल हो गए थे।