रक्षामंत्री ने कहा कि उन्होंने (साधु-संतों ने) ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की उक्ति दी जिसका मतलब है कि पूरा विश्व एक परिवार है। पूरे विश्व में यह संदेश यहां से ही गया। सिंह ने ‘एनसीसी रिपब्लिक डे कैंप 2020’ के अवसर पर बुधवार को एनसीसी के कैडेट के बैंड का अवलोकन किया और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देखी। उन्होंने एनसीसी के कैडेट को रक्षामंत्री पदक और प्रशस्ति पत्र दिए।
उन्होंने भाषण में कहा कि हमारे भारतीय मूल्य कहते हैं कि सभी धर्म बराबर हैं। इसलिए भारत ने खुद को कभी भी मजहबी देश घोषित नहीं किया। हमने कभी नहीं कहा कि हमारा धर्म हिंदू, सिख या बौद्ध होगा। हमने ऐसा कुछ भी कभी भी नहीं कहा। हम एक धर्मनिरपेक्ष देश हैं। यहां सभी धर्म के लोग रह सकते हैं।
सिंह ने एनसीसी के कैडेट की परेड और विभिन्न प्रस्तुतियों की सराहना की और कहा कि इससे भारतीय युवाओं में राष्ट्रीय गर्व का भावना बलवती होगी। उन्होंने कहा कि मैंने यहां आज जो देखा, उसकी तुलना मैं उससे करने की कोशिश कर रहा था जब मैं स्वयं एनसीसी का कैडेट था। मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि वक्त बदल चुका है। अपने वक्त में, मैं इस तरह की सांस्कृतिक प्रस्तुति की कल्पना भी नहीं कर सकता था।