stealth fighter aircraft: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने भारत के महत्वाकांक्षी 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमान (stealth fighter aircraft) (उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान यानी एएमसीए) के डिजाइन और उत्पादन के लिए 'निष्पादन मॉडल' को मंजूरी दे दी है। भारत अपनी वायु शक्ति क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्नत 'स्टील्थ' (ऐसे विमान जिनकी हवाई क्षेत्र में मौजूदगी का पता लगाना मुश्किल होता है) विशेषताओं वाले और दुश्मन के क्षेत्र में भीतर तक जाकर लक्ष्य को भेद सकने वाले मध्यम वजन के लड़ाकू जेट (fighter jets) विकसित करने की महत्वाकांक्षी एएमसीए परियोजना पर काम कर रहा है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि निष्पादन मॉडल का दृष्टिकोण निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों को प्रतिस्पर्धी आधार पर समान अवसर प्रदान करता है। मंत्रालय ने बयान में कहा कि वे स्वतंत्र रूप से या संयुक्त उद्यम या संघ के रूप में बोली लगा सकते हैं। इकाई/बोलीदाता देश के कानूनों और नियमों का अनुपालन करने वाली भारतीय कंपनी होनी चाहिए।
भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के पास वर्तमान में 5वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान नहीं है। चीन के पास पहले से ही चेंगदू जे-20 जेट है जिसके बारे में वह 5वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान होने का दावा करता है। भारतीय वायुसेना 114 बहु उद्देश्यीय लड़ाकू विमान (एमआरएफए) खरीदने की प्रक्रिया में भी है। भारतीय वायुसेना ने अप्रैल, 2019 में लगभग 18 अरब अमेरिकी डॉलर की लागत से 114 लड़ाकू विमान खरीदने के लिए प्रारंभिक निविदा जारी की थी। इसे हाल के वर्षों में दुनिया के सबसे बड़े सैन्य खरीद कार्यक्रमों में से एक के रूप में पेश किया गया था।(भाषा)