राजनाथ गुरुवार को राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी पहुंचे। वे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए 2 दिन के दौरे पर आए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि कहीं के भी बच्चे समान होते हैं। हमारा मानना है कि कुछ युवाओं को पथराव के लिए गुमराह किया गया था। बच्चे गलतियां कर सकते हैं इसीलिए हमने पथराव में शामिल बच्चों को माफ करने का फैसला किया।
उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं को सुरक्षित भविष्य उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है और यह शिक्षा की शक्ति तथा खेल के चमत्कार से किया जा सकता है। खेल अवसंरचना में सुधार के वास्ते किए जा रहे कार्यों के लिए राज्य सरकार की सराहना करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में खेलों को बढ़ावा देने के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी।
उन्होंने परवेज रसूल, मेहराजुद्दीन, राजिंदर सिंह, मंजूर डार और तजामुल इस्लाम सहित राज्य के खिलाड़ियों को संबोधित किया। गृहमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में महान प्रतिभा है तथा यदि स्थितियां सही हों तो राज्य से इस तरह के कई और खिलाड़ी निकल सकते हैं। (भाषा)