राम मंदिर ट्रस्ट के 'नौ रत्न', जिन कंधों पर भव्य राममंदिर बनाने की जिम्मेदारी

विकास सिंह

गुरुवार, 6 फ़रवरी 2020 (09:41 IST)
अयोध्या में भव्य राममंदिर बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बनाने का एलान किया था, अब उसके ट्रस्टी के नाम सामने आए गए है। 15 सदस्यों वाले इस ट्रस्ट का ट्रस्टी सुप्रीम कोर्ट में हिंदू पक्ष के मुख्य वकील रहे 92 वर्षीय के.पाराशरण को बनाया गया है। के.पाराशरण के घर के पते को ट्रस्ट का मुख्य कार्यालय बनाया गया है। 
 
1- के.पाराशरण – सुप्रीम कोर्ट में हिंदू पक्ष का केस लड़ने वाले वरिष्ठ वकील को बतौर मुख्य ट्रस्टी राममंदिर ट्रस्ट में शामिल किया गया है।
 
2 - कामेश्वर चौपाल – 1989 में राममंदिर का शिलान्यास करने वाले कामेश्वर पटेल को दलित सदस्य के तौर पर ट्रस्ट में शामिल किया गया है। संघ ने कामेश्वर को पहले कारसेवक का दर्जा दिया है। 
 
3 - जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद जी महाराज – राममंदिर ट्रस्ट में बद्रीनाथ स्थित ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य को सदस्य के रुप में शामिल किया गया है। 
 
4 -जगतगुरु माधवाचार्य,स्वामी विश्व प्रसन्नतीर्थ जी महाराज – कर्नाटक के उडुपी स्थित पेजावर मठ के पीठाधीश्वर को राममंदिर ट्रस्ट में शामिल किया गया है। 
 
5 -युगपुरुष  परमानंद जी महाराज - अखंड आश्रम हरिद्धार के प्रमुख को भी राममंदिर ट्रस्ट का सदस्य बनाया गया है। वेदांत पर 150 से ज्यादा किताबें प्रकाशित हो चुकी है। साल 2000 में संयुक्त राष्ट्र में आध्यात्मिक नेताओं के शिखर सम्मेलन को संबोधित किया था।

6 -स्वामी गोविंद देव गिरि जी महाराज –– यह महाराष्ट्र के विख्यात आध्यात्मिक गुरु पांडुरंग शास्त्री अठावले के शिष्य हैं। देश विदेश में अपने प्रवचन के पहचाने जाते है। 

7 -विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र - अयोध्या के राजपरिवार के वंशज और रामायण मेला संरक्षक समिति के सदस्य है। विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र एक प्रख्यात समाजसेवी है। इन्होंने 2009 में लोकसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन हार का सामना करना पड़ा, उसके बाद चुनावी राजनीति से दूर रहे। 

8 -डॉक्टर अनिल मिश्र - अयोध्या के होम्योपैथिक चिकित्सक अनिल मिश्र को भी राममंदिर ट्रस्ट में शामिल किया गया है। अनिल मिश्र संघ के अवध प्रांत के प्रांत कार्यवाह भी है। 

9 -महंत दिनेंद्र दास – राममंदिर ट्रस्ट में अयोध्या के निर्मोही अखाड़े के प्रतिनिधि के तौर पर शामिल। ट्रस्ट की बैठकों में इनको वोटिंग का अधिकार नहीं रहेगा। 

इसके साथ ही ट्रस्ट के 15 सदस्यों में बोर्ड ऑफ ट्रस्टी द्धारा नामित दो ट्रस्टी जो हिंदू धर्म का होगा इसके सदस्य होगा। इसके साथ ही केंद्र सरकार द्धार नामित एक प्रतिनिधि, राज्य सरकार द्धारा नामित एक प्रतिनिधि और अयोध्या जिले के कलेक्टर पदेन ट्रस्टी होंगे।

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