उनके अनुसार देश में उद्यम पूंजीपतियों का माहौल है, जो व्यक्ति की बात सुनते हैं और टी-हब जैसी सुविधाएं हैं, जो उस व्यक्ति को अपने विचारों को वास्तविकता में बदलने के लिए सक्षम बनाती हैं। टी-हब नवाचार केंद्र है, जो स्टार्टअप, कॉर्पोरेट, शिक्षाविदों, निवेशकों और सरकारों को जोड़ता है।(भाषा)