Reliance Industries Limited and Jio Net Profit : देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) का चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में शुद्ध लाभ 5 प्रतिशत घटकर 15138 करोड़ रुपए रहा। रिफाइनिंग मार्जिन में गिरावट और उच्च मूल्यह्रास लागत के कारण मुनाफे में कमी आई है। वहीं देश की सबसे बड़ी दूरसंचार सेवा प्रदाता रिलायंस जियो इन्फोकॉम का चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में एकल आधार पर शुद्ध लाभ 12 प्रतिशत बढ़कर 5445 करोड़ रुपए रहा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार शाम को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि अप्रैल-जून 2024 की तिमाही में उसने 15,138 करोड़ रुपए यानी 22.37 रुपए प्रति शेयर का एकीकृत शुद्ध लाभ अर्जित किया। एक साल पहले की समान अवधि में उसका शुद्ध लाभ 16,011 करोड़ रुपए यानी 23.66 रुपए प्रति शेयर रहा था।
इससे पहले की जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का लाभ 18,951 करोड़ रुपए रहा था। इस तरह बीती तिमाही में कंपनी के लाभ में क्रमिक रूप से 20 प्रतिशत की गिरावट आई। रिलायंस इंडस्ट्रीज का आलोच्य तिमाही में परिचालन राजस्व बढ़कर 2.36 लाख करोड़ रुपए हो गया जबकि अप्रैल-जून 2023 की अवधि में उसने 2.10 लाख करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया था।
Jio Infocom का शुद्ध लाभ 12 फीसदी बढ़कर 5445 करोड़ रुपए रहा : देश की सबसे बड़ी दूरसंचार सेवा प्रदाता रिलायंस जियो इन्फोकॉम का चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में एकल आधार पर शुद्ध लाभ 12 प्रतिशत बढ़कर 5,445 करोड़ रुपए रहा। रिलायंस जियो ने शुक्रवार को अप्रैल-जून तिमाही के अपने वित्तीय नतीजों की सूचना दी।
आलोच्य तिमाही में कंपनी का परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 10 प्रतिशत बढ़कर 26,478 करोड़ रुपए हो गया। समीक्षाधीन तिमाही के लिए रिलायंस जियो का शुद्ध लाभ 5,445 करोड़ रुपए रहा, जो सालाना आधार पर 11.9 प्रतिशत और मार्च तिमाही की तुलना में दो प्रतिशत अधिक है।
रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश एम अंबानी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण उच्च कवरेज़ वाला, किफायती इंटरनेट डिजिटल इंडिया की रीढ़ है और जियो को इसमें योगदान देने पर गर्व है। हमारे नए प्रीपेड प्लान्स, 5G और AI के क्षेत्र में इनोवेशन और सतत विकास को को बढ़ावा देंगे। कस्टमर फर्स्ट दृष्टिकोण के साथ, अपने बेहतर नेटवर्क और नए सेवा प्रस्तावों के दम पर जियो अपनी मार्केट लीडरशिप को और मजबूत करेगा।
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड कार्यकारी निदेशक ईशा एम. अंबानी ने कहा कि रिलायंस रिटेल ने इस अवधि के दौरान शानदार प्रदर्शन किया और भारत के अग्रणी रिटेलर के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है। हमारे रिटेल व्यवसाय का निरंतर विस्तार और विकास न केवल ग्राहक केंद्रित है, बल्कि यह भारतीय विकास गाथा की मजबूती को भी दिखाता है। हम अपने ग्राहकों को बेहतर रिटेल अनुभव देने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। साथ ही उन्नत तकनीकों को एकीकृत करने, उत्पादों, प्रक्रियाओं और प्लेटफार्मों को बेहतर बनाने के लिए लगातार इनोवेशन्स कर रहे हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के नतीजों पर एक नजर...
रिलायंस ने ₹257,823 करोड़ ($30.9 बिलियन) का कंसोलिडेटिड राजस्व घोषित किया, जो साल-दर-साल 11.5% अधिक है। उपभोक्ता व्यवसायों में स्थिर वृद्धि के साथ O2C और ऑयल एंड गैस सेगमेंट में तेल की बढ़ी कीमतों और मात्रा के कारण ये वृद्धि हुई है।
रिलायंस का कंसोलिडेटिड EBITDA साल-दर-साल 2% बढ़कर ₹42,748 करोड़ ($5.1 बिलियन) हो गया। ऑयल एंड गैस तथा उपभोक्ता व्यवसाय के मजबूत योगदान ने कमजोर O2C की भरपाई की।
रिलायंस का कंसोलिडेटिड कर पश्चात लाभ वर्ष दर वर्ष 4% घटकर ₹17,448 करोड़ ($2.1 बिलियन) रह गया, जिसका मुख्य कारण उच्च मूल्यह्रास।
30 जून, 2024 को समाप्त तिमाही का पूंजीगत व्यय ₹28,785 करोड़ ($3.5 बिलियन) था, जो ₹33,757 करोड़ के नकद लाभ से कवर किया गया।
30 जून 2024 तक रिलायंस का कंसोलिडेटिड शुद्ध ऋण ₹112,341 करोड़ रहा, जो पिछली तिमाही यानी 31 मार्च 2024 के ₹116,281 करोड़ की तुलना में कुछ कम था। शुद्ध ऋण व EBITDA अनुपात, एक वर्ष पूर्व के 0.76 से बढ़कर 0.66 हो गया है।
जून 2024 को समाप्त तिमाही में जियो प्लैटफ़ॉर्म्स का EBIDTA 11.6% साल-दर-साल बढ़कर ₹14,638 करोड़ दर्ज किया गया।
तिमाही में जियो का शुद्ध लाभ 11.7% साल-दर-साल बढ़कर ₹5,693 करोड़ हो गया।
पहली तिमाही में 80 लाख ग्राहक (नेट एडिशन) जियो नेटवर्क से जुड़े हैं, ग्राहकों की संख्या बढ़कर 48 करोड़ 97 लाख पहुंच गई। JioAirFiber ने 11 लाख से अधिक कनेक्शन दिए, एक तिमाही में जियो द्वारा दिए गए यह अब तक के सबसे अधिक कनेक्शन हैं।
2024-25 में जियो का प्रति ग्राहक राजस्व यानि ARPU बेहतर सब्सक्राइबर मिक्स के साथ ₹181.7 रहा, सब्सक्राइबर्स को असीमित आधार पर दिए जाने वाले प्रमोशनल 5G ट्रैफ़िक के बढ़ते मिक्स के कारण यह आंशिक रूप से कमजोर रहा, 5जी के लिए अभी अलग से शुल्क नहीं लिया जाता।
जियो नेटवर्क पर कुल डेटा ट्रैफ़िक 32.8% बढ़कर 44.1 बिलियन GB हो गया, और वॉयस ट्रैफ़िक 6.0% साल-दर-साल बढ़कर 1.42 ट्रिलियन मिनट हो गया।
चीन से बाहर जियो सबसे बड़ा 5G ऑपरेटर है, जिसके 13 करोड़ से ज़्यादा 5G सब्सक्राइबर हैं, जो जियो के वायरलेस डेटा ट्रैफ़िक का 31% से भी अधिक है। 5G डेटा जियो के अपने 5G+4G कॉम्बो कोर पर चलाया जा रहा है।
रिलायंस रिटेल का सकल राजस्व जून 2024 तिमाही में 8.1% साल-दर-साल बढ़कर ₹75,615 करोड़ हो गया है।
रिलायंस रिटेल का तिमाही EBITDA ₹5,664 करोड़ रहा, जिसमें साल-दर-साल 10.5% की वृद्धि दर्ज की गई, मुख्य रूप से ग्राहकों की संख्या में वृद्धि और स्टोरों के विस्तार के कारण परिचालन को सुव्यवस्थित करने से मार्जिन में सुधार हुआ।
रिलायंस रिटेल ने 331 नए स्टोर खोले हैं। 8.13 करोड़ वर्ग फीट में फैले इन स्टोर्स की कुल संख्या अब 18,918 हो गई है। तिमाही में 29.6 करोड़ से अधिक ग्राहक स्टोर्स पर आए, जो साल दर साल 18.9% की वृद्धि दिखाता है।
रिलायंस रिटेल देश में सबसे पसंदीदा खुदरा विक्रेताओं में से एक बन गया, पंजीकृत ग्राहक आधार बढ़कर 31.6 करोड़ हो गई है। दर्ज किए गए कुल लेन-देन 33.4 करोड़ रहे, जो साल-दर-साल 6.4% अधिक थे।
तिमाही के लिए रिलायंस के O2C सेगमेंट का राजस्व साल-दर-साल 18.1% बढ़कर ₹ 157,133 करोड़ ($ 18.8 बिलियन) दर्ज किया गया, इसका मुख्य कारण ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में ~ 9% की वृद्धि के कारण उत्पाद की कीमतें बढ़ना तथा मजबूत घरेलू मांग रहे।
पहली तिमाही में रिलायंस का O2C सेगमेंट EBITDA साल-दर-साल 14.3% कम होकर ₹13,093 करोड़ ($1.6 बिलियन) रहा, जो लोअर ट्रांसपोर्टेशन फ्यूल क्रैक, विशेष रूप से गैसोलीन क्रैक में 30% की कमी के कारण हुआ। डाउनस्ट्रीम केमिकल मार्जिन भी साल-दर-साल आधार पर 15%-17% कम रहा।
तिमाही के लिए ऑयल एंड गैस सेगमेंट का राजस्व साल-दर-साल 33.4% बढ़कर 6,179 करोड़ रहा, जो मुख्य रूप से अधिक वाल्युम के कारण था, आंशिक रूप से KG D6 और CBM फ़ील्ड से कम मूल्य प्राप्ति से भी यह प्रभावित रहा।
ऑयल एंड गैस सेगमेंट का तिमाही EBITDA बढ़कर ₹5,210 करोड़ हो गया, जो साल-दर-साल आधार पर 29.8% अधिक था। पहली तिमाही में EBITDA मार्जिन 84.3% रहा।
तिमाही का औसत KGD6 उत्पादन 28.7 MMSCMD गैस और 21,640 Bbls प्रतिदिन तेल / कंडेनसेट रहा।