उन्होंने कहा कि मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे का निजीकरण कर कांग्रेस सरकार ने 8000 करोड़ जुटाए थे, वहीं एयरपोर्ट का निजीकरण यूपीए की सरकार के दौरान हुआ था। स्मृति ने कहा कि ऐसे में क्या राहुल गांधी का आरोप है कि यूपीए सरकार चलाने वाली उनकी माताजी उस समय देश बेच रही थीं?
ईरानी ने सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी का ये भी मानना है कि वो राज्य सरकारें जो इस प्रकार का मॉनेटाइजेशन कांग्रेस के नेतृत्व में कर रही हैं, वो सब भी अपने राज्यों को बेचने का काम कर रही हैं? उन्होंने कहा कि पारदर्शिता के साथ जिस सरकार ने राष्ट्र की तिजोरी को भरने का काम किया और कांग्रेस के लुटेरों से सुरक्षित किया उस सरकार पर छींटाकशी करने का राहुल गांधी का प्रयास है।