क्रिकेटर ऋषभ पंत की मर्सिडीज कार मंगलौर क्षेत्र के एन एच 58 पर डिवाइडर से टकराने के चलते जलकर खाक हो गई। बताया जा रहा है कि उनकी कार 200 की स्पीड से भाग रही थी। स्पीड ज्यादा होने की वजह से ही दूर तक कार घसीटकर गई। लेकिन कहते हैं न कि जाको राखे साइयां मार सके न कोय।
दरअसल, यह हादसा तब हुआ, जब भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत दिल्ली से रूड़की अपने घर जा रहे थे। ऋषभ की मर्सिडीज कार मंगलौर क्षेत्र के एन एच 58 पर डिवाइडर से टकराने के चलते जलकर खाक हो गई। कार के अंदर बैठे ऋषभ पंत चोटिल हो गए, उन्हें हरिद्वार पुलिस 108 की मदद से रूड़की के सिविल अस्पताल लाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद देहरादून के मैक्स अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है।
शुक्रवार की सुबह क्रिकेटर ऋषभ पंत के प्रशंसक अभी पूरी तरह नींद से भी नही जाग पाए थे, उन्हें ऋषभ के चोटिल होने की खबर लगी। हादसा सुबह 5.30 मिनट के आसपास हुआ। कार की हालत को देखकर कोई नही कह सकता की इसके अंदर बैठे लोग सुरक्षित होंगे।
जानकारी के मुताबिक उनके पैरों में चोट है, सूत्र के मुताबिक पंत के पैर में फैक्चर हुआ है और उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। कोतवाली मंगलोर क्षेत्र के मोहम्मदपुर जट के पास कार डिवाइडर से टकराई है। झपकी आने की वजह से गाड़ी डिसबैलेंस हो गई और डिवाइडर से टकरा गई, टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि गाड़ी में अपने आप आग लग गई।
अभी तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक पंत की कार 200 की स्पीड से भाग रही थी। यह भी कहा जा रहा है कि उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगा रखा था। अगर उन्होंने सीट बेल्ट लगा रखा होता तो वे बाहर नहीं निकल पाते और झुलस सकते थे।
सीएम ने दिए इलाज खर्च के निर्देश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घायल क्रिकेटर ऋषभ पंत के बारे में अधिकारियों से जानकारी लेते हुए समुचित इलाज के सरकारी खर्चे पर निर्देश दिए है। वही उन्होंने ऋषभ के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की है। गौरतलब है कि यदि ऋषभ पंत के पैर फ्रैक्चर हो गया है, तो वह क्रिकेट के ग्राउंड पर लंबे समय तक लौट नही पायेंगे। फिलहाल वह टीम इंडिया से बाहर चल रहे है। ऐसे में चोटिल होना उनके करियर पर प्रभाव डाल सकता है।