शाहरुख ने ट्विटर और इस्टाग्राम के जरिए अपना शोक संदेश दिया। उन्होंने लिखा, देश के कवि प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि। मेरे बचपन के दिनों में मेरे पिता वाजपेयी जी के दिल्ली में दिए जाने वाले हर भाषण के लिए मुझे लेकर जाते थे।
वर्षों के बाद मुझे उनसे मिलने का अवसर मिला तो उनसे कविता, फिल्म, राजनीति और उनके घुटनों के इलाज पर लंबी बातचीत हुई। मुझे उनकी एक कविता का मंचन करने का भी सौभाग्य मिला। उन्हें घर में प्यार से बापजी कहा जाता था।
शाहरुख ने कहा, आज देश ने एक महान नेता और पिता स्वरूप व्यक्तित्व को खो दिया। मैंने व्यक्तिगत रूप से अपने बचपन और जवानी की यादों का एक हिस्सा खो दिया है। मैं खुद को किस्मतवाला मानता हूं कि जीवन निर्माण के वर्षों में मेरे जीवन पर उनका प्रभाव रहा। उनकी आत्मा को शांति मिले। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और मित्रों के साथ हैं। बापजी, हम आपके मुस्कुराते हुए चेहरे की कमी को महसूस करेंगे।