पुणे। NCP प्रमुख शरद पवार ने अपने भतीजे एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता अजित पवार के भावी राजनीतिक कदम के बारे में फैली अटकलों को खरिज करते हुए कहा कि पार्टी विधायकों की किसी ने कोई बैठक नहीं बुलाई है। शरद पवार की पार्टी महा विकास आघाड़ी (MVA) की घटक है, जिसमें शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और कांग्रेस भी शामिल हैं।
महाराष्ट्र के पुणे जिले के पुरंदर इलाके में शरद पवार ने मुंबई में राकांपा विधायकों की बैठक बुलाए जाने की खबरों को खारिज कर दिया और कहा कि किसी ने भी ऐसी कोई बैठक नहीं बुलाई है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मीडिया के दिमाग में जो चर्चा चल रही है, वह हमारे दिमाग में नहीं चल रही।
पवार ने कहा कि इन सब पर बात करने का कोई फायदा नहीं है। इन खबरों का कोई मतलब नहीं है। मैं राकांपा और अपने सभी साथियों के बारे में यह कह सकता हूं कि हमारी बस एक सोच है कि पार्टी को मजबूत बनाया जाए और किसी के मन में कोई और विचार नहीं है।
वरिष्ठ राकांपा नेता अजित पवार ने भी कहा कि वह जब तक जीवित हैं, अपनी पार्टी के लिए काम करते रहेंगे। इसके साथ ही पवार ने उन अटकलों को खारिज कर दिया कि वह सत्तारूढ़ भाजपा के साथ अपने करीबी विधायकों के एक गुट के साथ गठबंधन कर सकते हैं।
इससे पहले शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने कहा था कि महाराष्ट्र और दिल्ली की राजनीति में जल्द ही बड़ा सियासी भूचाल दिखने वाला है। हालांकि उन्होंने अजित पवार मामले में टिप्पणी से इनकार करते हुए कहा कि इस संबंध में दादा से ही पूछिए।
अजित पवार के अगले राजनीतिक कदम के बारे में अटकलें पिछले हफ्ते तब शुरू हुईं जब उन्होंने अचानक अपनी निर्धारित बैठकें रद्द कर दीं और ऐसी टिप्पणियां कीं जिन्हें भाजपा और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खेमे के प्रति नरम माना गया।
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने रविवार को अफवाहों को यह कहकर और बढ़ा दिया था कि शरद पवार ने हाल ही में उद्धव ठाकरे से कहा था कि उनकी पार्टी कभी भी भाजपा से हाथ नहीं मिलाएगी, भले ही कोई व्यक्तिगत स्तर पर ऐसा कोई निर्णय ले।