बताया जा रहा है कि शिवलिंग और नंदी की दूरी अब तय करेगा कि ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में शिवलिंग मिलने के दावा कर रहे हिन्दू पक्ष की बात सही है या फिर फव्वारा होने की बात कह रहे मुस्लिम पक्ष का दावा सही है। जानकार बताते हैं कि अगर पुराने मंदिरों पर नजर डालें तो शिवलिंग और नंदी के बीच की दूरी 3, 5, 7, 9, 11 और 13 फुट के बीच ही रहती है और शिवलिंग और नंदी एक-दूसरे से 90 डिग्री के कोण पर होते हैं।
प्रो. अशोक सिंह ने कहा कि नंदी और शिवलिंग की दूरी के बाद अरघे की बनावट की पड़ताल होगी। यह देखा जाएगा कि अरघा ईंटों से बना है अथवा पत्थर का? ईंटों का अरघा हुआ तो उनकी बनावट के आधार पर काल का निर्धारण होगा। देखा जाएगा कि ईंटें कुषाणकालीन हैं अथवा शुंग कुषाणकाल की? वहीं यदि पत्थर का अरघा हुआ तो यह देखना होगा कि पत्थर किस प्रकार का है?