मुंबई। उद्धव ठाकरे के महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक दिन बाद ही शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा कि नरेंद्र मोदी और उद्धव ठाकरे का रिश्ता भाई-भाई का है।
महाराष्ट्र की राजनीति में भाजपा-शिवसेना में अन-बन है लेकिन नरेंद्र मोदी और उद्धव ठाकरे का रिश्ता भाई-भाई का है। इसलिए महाराष्ट्र के छोटे भाई को प्रधानमंत्री के रूप में साथ देने की जिम्मेदारी मोदी की है।'
उल्लेखनीय है कि उद्धव ने अपने शपथग्रहण समारोह में भी प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित किया था हालांकि मोदी समारोह में शामिल नहीं हुए थे।
शिवसेना के मुखपत्र में कहा गया है कि प्रधानमंत्री पूरे देश के होते हैं, सिर्फ एक पार्टी के नहीं होते। इसे स्वीकार करें तो जो हमारे विचारों के नहीं हैं, उनके लिए सरकार अपने मन में राग-लोभ क्यों रखे? संघर्ष और लड़ाई हमारे जीवन का हिस्सा हैं।
यह भी कहा गया कि महाराष्ट्र दिल्ली को सबसे ज्यादा पैसा देता है। देश की अर्थव्यवस्था मुंबई के भरोसे चल रही है। देश को सबसे ज्यादा रोजगार मुंबई जैसा शहर देता है। अब महाराष्ट्र से अन्याय नहीं होगा और उसका सम्मान किया जाएगा, इसका ध्यान नए मुख्यमंत्री को रखना होगा।
हालांकि इस लेख में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर एक बार फिर निशाना साधा गया। कहा गया है कि फडणवीस महाराष्ट्र पर 5 लाख करोड़ का कर्ज छोड़ गए।