उन्होंने कहा कि अकसर शोध की विषयवस्तु के दायरे में मानसून ही होता है और बार-बार आने वाली आंधी की घटनाओं पर ध्यान नहीं दिया जाता है। इस दौरान मौसम विभाग ने महानिदेशक केजे रमेश ने कहा कि अध्ययन के लिए गठित समिति बार-बार आंधी आने की घटनाओं पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को भी शामिल करेगी। (भाषा)