नई दिल्ली। भारत ने बुधवार को सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल 'प्रलय' का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह मिसाइल भारत के दुश्मनों के खेमों को पलक झपकते ही तबाह कर देगी। पाकिस्तान ने मंगलवार को अपनी मिसाइल बाबर का परीक्षण किया था। इसके एक दिन बाद भारत ने प्रलय का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
भारत की प्रलय 150 से 500 किलोमीटर तक के टारगेट को भेद सकती है और चीन और पाकिस्तान जैसे देशों में प्रलय मचा सकती है। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन द्वारा विकसित ठोस ईंधन वाली बैटलफील्ड मिसाइल भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के पृथ्वी डिफेंस वेहिकल पर आधारित है।
डीआरडीओ के मुताबिक, प्रलय मिसाइल अपने साथ 1000 किलोग्राम वजन तक विस्फोटक ले जाने की ताकत रखती है। सामरिक जानकारों के मुताबिक इस मिसाइल को विकसित करने की योजना पर 2015 से काम हो रहा था। इस मिसाइल को जमीन के साथ-साथ कनस्टर से भी दागा जा सकता है। प्रलय मिसाइल दूसरे शॉर्ट रेंज बैलेस्टिक मिसाइलों की तुलना में कहीं ज्यादा घातक है।
डीआरडीओ पिछले कुछ समय से लगातार एक से बढ़कर एक नई अत्याधुनिक बैलिस्टिक मिसाइलों का सफल परीक्षण कर रहा है। भारत के पास बाबर के जवाब में निर्भय क्रूज मिसाइल भी है, जो दो स्टेज की मिसाइल है। पहले स्टेज में ठोस और दूसरे स्टेज में तरल ईंधन का उपयोग किया जाता है।
यह मिसाइल 300 किलोग्राम तक के परंपरागत हथियार को ले जा सकती है। इसकी अधिकतम रेंज 1500 किलोमीटर है। यह मिसाइल जमीन से कम से कम 50 मीटर ऊपर और अधिकतम 4 किलोमीटर ऊपर उड़कर टारगेट को ध्वस्त कर सकती है।
बाबर मिसाइल की खूबियां : बाबर क्रूज मिसाइल 900 किमी की दूरी तक लक्ष्य को भेद सकती है, जो इसी मॉडल की एक पहले की मिसाइल की तुलना में दुगुनी दूरी है। पहले की संस्करण की मिसाइल क्षमता 450 किमी तक ही सीमित थी। पाकिस्तान आर्मी के मुताबिक बाबर मिसाइल जमीन पर और समुद्र में अधिक सटीकता से लक्ष्य को भेद सकती है।