प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण, न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने एक वकील की उन अर्जियों पर गौर किया, जिसमें कहा गया था कि रोमानिया की सीमा पर जमा देने वाली ठंड के बीच बड़ी संख्या में छात्र फंसे हैं और सरकार रोमानिया से उड़ानें संचालित नहीं कर रही है।
वकील ने पीठ को बताया कि उड़ाने पोलैंड और हंगरी से संचालित हो रही हैं, रोमानिया से नहीं। बड़ी संख्या में लड़कियों सहित छात्र बिना किसी सुविधा के वहां फंसे हुए हैं। इस पर पीठ ने कहा कि हम सबको उनसे सहानुभूति है, लेकिन इसमें अदालत क्या कर सकती है।