दीपोत्सव के अवसर पर अपनी पत्नी का पूजा व सम्मान करते हुए कहा कि पूरे विश्व के प्रत्येक धर्म, जाति, नस्ल, रंग व देश में पैदा होने वाले बच्चे के दो हाथ, दो पैर, दो कान, दो आंख, दो छिद्रों वाली नाक के साथ एक सिर, पेट व पीठ ही होती है, चार हाथ,आठ हाथ, दस हाथ, बीस हाथ व हजार हाथ वाला… pic.twitter.com/CP5AjKODfq
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) November 12, 2023 async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"> >इस पर रजनीश दुबे नामक यूजर ने उन्हें जवाब देते हुए कहा कि उससे पहले आपको अपनी मां का भी पूजा करना चाहिए। लेकिन जैसे ही कोई हिंदू धर्म को त्याग करता है वह अपने संस्कार भी भूल जाता है और उसके साथ ही अपनी परवरिश और माता-पिता को भी भूल जाता है।