आतंकवादी समूहों, विशेष रूप से आईएसआईएस और अल-कायदा द्वारा सिर कलम करना आम बात है। यह प्रवृत्ति 2014 में शुरू हुई जब आईएसआईएस द्वारा इसी तरह से कई विदेशियों को मार डाला गया तथा इन वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया। जम्मू कश्मीर में तीन दशकों के आतंकवाद के दौरान, 1995 में सिर कलम करने का केवल एक मामला देखा गया था, जब प्रतिबंधित आतंकवादी समूह हरकत-उल-अंसार के कथित आतंकवादी अल फरान ने विदेशी पर्यटक हंसा ओस्ट्रो को मार डाला था।
सांप्रदायिक तनाव फैला : कड़े गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज होने के बाद मामले को जांच के लिए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) को सौंपे जाने की संभावना है। उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में 2 व्यक्तियों ने एक टेलर कथित रूप से गला काटकर हत्या कर दी और सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर कहा कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए ऐसा किया। घटना से सांप्रदायिक तनाव पैदा होने के बाद उदयपुर शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
पीएम मोदी को धमकी : वीडियो क्लिप में एक कथित हमलावर को यह कहते सुना जा सकता है कि उसने एक आदमी का सर कलम कर दिया है। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी देते हुए कहा कि उनका छुरा उन (मोदी) तक भी पहुंचेगा।हमलावरों ने परोक्ष रूप से नुपुर शर्मा का भी जिक्र किया जिन्हें पैगंबर मोहम्मद पर एक टिप्पणी के मामले में भाजपा से निलंबित किया गया था।
दिनदहाड़े हत्या को अंजाम देने के आरोपियों ने अपराध स्वीकार करते हुए वीडियो पोस्ट किया और उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनमें से एक ने खुद की पहचान रियाज अख्तरी के रूप में की। अख्तरी के संबंध पाकिस्तान स्थित दावत-ए-इस्लामी से मिले हैं, जिसकी भारत में भी शाखाएं हैं। दावत-ए-इस्लामी के कुछ सदस्य 2011 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर सलमान तासीर की हत्या सहित कई आतंकी घटनाओं में शामिल थे। (इनपुट भाषा)