विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने अमेरिकी प्रशासन के इस कदम के बारे में मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि भारत अमेरिका द्वारा पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए- तैयबा से जुड़े मिल्ली मुस्लिम लीग और लश्कर की ओर से काम करने वाले उसके पदाधिकारियों पर की गई कार्रवाई का स्वागत करता है। इससे भारत के उस रुख को बल मिलता है कि पाकिस्तान ने आतंकवादी संगठनों एवं आतंकवादियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई नहीं की है।
कुमार ने कहा कि इससे इस तथ्य को भी संज्ञान में लिया गया है कि आतंकवादियों एवं उनके संगठनों को नाम बदलने और पाकिस्तान के नियंत्रण वाले इलाके में अपनी गतिविधियां चलाने की छूट मिली है। अमेरिका ने यह कार्रवाई करके पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों एवं उनके संगठन को मुख्यधारा में लाने के प्रयासों को भी खारिज किया है और आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाहों एवं उनके वित्त पोषण के ढांचे को नष्ट करने की अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता पूरी करने में पाकिस्तान की विफलता को भी उजागर किया है। (वार्ता)